देश की राजधानी में डेंगू के तेजी से बढ़ते केसों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सोमवार को एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह समीक्षा बैठक सुबह 10 बजे प्रारंभ होगी। बैठक में इस बात पर विचार-विमर्श किया जायेगा कि डेंगू के बढ़ते केसों को रोकने के लिए केंद्र सरकार आम आदमी पार्टी (AAP) के मार्गदर्शन वाली दिल्ली सरकार की किस प्रकार सहयोग कर सकती है।
इस बैठक में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP) के अधिकारी भी हिस्सा लेंगे। दिल्ली में हर साल डेंगू का प्रकोप देखा जाता है जो आमतौर पर सर्दी का मौसम आते ही समाप्त हो जाता है, लेकिन इस साल यहां डेंगू के मामलों में बड़ी वृद्धि हुई है जो लगातार बढ़ रही है।
चिकित्सकों ने इससे पूर्व कहा था कि सीरोटाइप 2 डेंगू वायरस के प्रसार के पश्चात बीमारी के गंभीर स्थिति में पहुंचने का उच्च जोखिम होता है परंतु , अधिकांश लोगों में गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे हैं। दरअसल, डेंगू वायरस में सामान्यतः बुखार और रक्तस्रावी लक्षण दिखाई देते है जो बेहद गंभीर बीमारियों का कारण हो सकते हैं।
बीते सप्ताह सोमवार को जारी स्वास्थ्य विभाग को एक रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष दिल्ली में डेंगू के 1,000 से भी ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं, जिसमें अकेले बीते एक सप्ताह में 280 से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं।
दिल्ली में अकेले इस महीने के पहले 23 दिनों में ही डेंगू के कुल 665 मामले दर्ज किए गए है। राज्य में इस मौसम में 18 अक्टूबर को वेक्टर जनित बीमारी से पहली मौत दर्ज की गई है।