नोएडा: केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद डा. महेश शर्मा से महिला पत्रकार द्वारा दो करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। चुनाव के दौरान कथित रूप से किए गए एक स्टिंग के वीडियो दिखाकर रंगदारी मांगी गई। सोमवार को रंगदारी की रकम वसूलने पहुंची महिला पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक समाजसेविका समेत दो अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है जबकि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि सोमवार दोपहर केंद्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा ने पुलिस को रंगदारी मांगने की सूचना देते हुए बताया कि एक महिला पत्रकार उनके पास आई है। उसने न्यूज चैनल के सम्पादक आलोक कुमार का पत्र उन्हें दिया है। पत्र में उनसे तत्काल 45 लाख रुपये और अगले सात दिन में 1 करोड़ 55 लाख रपए रंगदारी देने को कहा गया। हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते पुलिस के आलाधिकारी सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल पहुंचे और पूछताछ के बाद कथित महिला पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया।
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एसएसपी ने बताया कि समाजसेविका समेत दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी चैनल का सम्पादक फरार है। लोकसभा चुनाव के दौरान समाजसेविका उषा ठाकुर के माध्यम से बंद हो चुके प्रतिनिधि चैनल का मालिक आलोक कुमार सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल परिसर में मौजूद उनके दफ्तर में उनसे मिला था। उषा ठाकुर ने उनसे कहा कि आलोक का चैनल बंद हो गया है, उसकी मदद कर दीजिए। मैंने मदद करने का आश्वासन दिया था।
सोमवार दोपहर उषा ठाकुर, प्रतिनिधि चैनल का मालिक आलोक व उनके चैनल में काम करने वाली महिला पत्रकार नीशू उनके अस्पताल में आई। नीशू ने आलोक द्वारा दिया गया एक पत्र उन्हें दिया जिसमें कहा गया कि वह फौरी तौर पर उन्हें दो करोड़ रुपये दे दें। इसमें से 45 लाख रुपये तत्काल दे दें। अगले एक सप्ताह में एक करोड़ 55 लाख रुपये दें। इसके अलावा उनकी कम्पनी में आठ करोड़ रुपये का निवेश करें अन्यथा उसके पास जो सीडी है, वह चैनल पर प्रसारित कर दी जाएगी।