लखनऊ। यूपी एटीएस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को गोपनीय सूचनाएं देने के आरोप में सत्येंद्र सिवाल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। सत्येंद्र सिवाल यूपी के हापुड़ का निवासी है और मॉस्को में भारतीय दूतावास में सुरक्षा सहायक के पद पर साल 2021 से काम कर रहा था। सत्येंद्र सिवाल की गिरफ्तारी के बारे में यूपी एटीएस ने जानकारी देते हुए बताया कि काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग आईएसआई के लिए पैसे लेकर काम कर रहे हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गोपनीय जानकारी दिए जाने की खबरें भी यूपी एटीएस को मिल रही थीं। इन सूचनाओं की पड़ताल करते हुए ही यूपी एटीएस सत्येंद्र सिवाल तक पहुंची।
Satyendra Siwal working as MTS (Multi-Tasking, Staff) at the Ministry of External Affairs, has been arrested by UP ATS. He is accused of working for ISI. Satyendra was posted at the Indian Embassy in Moscow. He is originally a resident of Hapur: UP ATS pic.twitter.com/BY4ueim0KU
— ANI (@ANI) February 4, 2024
यूपी एटीएस के मुताबिक उसकी फील्ड यूनिट ने सत्येंद्र सिवाल को मेरठ बुलाकर पूछताछ की। लंबी पूछताछ में उससे कई सवाल पूछे गए। यूपी एटीएस का दावा है कि सत्येंद्र सिवाल उससे पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे पा रहा था। आखिरकार पूछताछ में वो टूट गया और फिर यूपी एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे 2 मोबाइल फोन और अन्य चीजें एटीएस ने जब्त की हैं। सत्येंद्र सिवाल पर यूपी एटीएस ने आरोप लगाया है कि उसने रक्षा, विदेश और सैन्य ठिकानों से संबंधित जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को मुहैया कराई।
यूपी में इससे पहले भी आईएसआई के कई एजेंट गिरफ्तार हो चुके हैं। ज्यादातर आईएसआई एजेंटों की गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ ने की है। अब दुश्मन देशों से संबंध रखने के मामले में यूपी एटीएस भी चौकस हो गई है। यूपी सरकार ने एटीएस और एसटीएफ को अत्याधुनिक यंत्र दे रखे हैं। जिनकी मदद से देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों की जानकारियां ये दोनों एजेंसियां लगाने में सफल रहती हैं। अगर सत्येंद्र सिवाल पर आईएसआई का जासूस होने के आरोप साबित होते हैं, तो उसे कोर्ट से कठोर सजा मिल सकती है।