अगर आपका बच्चा यूपी बोर्ड का छात्र है, तो ये उसके लिए जरूरी खबर है। हिंदी अखबार अमर उजाला के मुताबिक अब यूपी बोर्ड के छात्रों की पढ़ाई का बोझ कम होगा। खबर के मुताबिक यूपी बोर्ड में अगले सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई होगी। इसके तहत अब 10वीं और 12वीं के बोर्ड इम्तिहान नहीं होंगे। इसकी जगह 9वीं से 12वीं तक 8 सेमेस्टर में परीक्षा ली जाएगी। इसके अलावा अहम फैसला ये भी हुआ है कि अब साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के वर्ग को खत्म कर दिया जाएगा। इसके तहत 9वीं से 12वीं तक के छात्र किसी भी वर्ग का कोई भी सबजेक्ट ले सकेंगे।
अब तक यूपी बोर्ड में भी अन्य बोर्ड की तरह 9वीं और 10वीं की पढ़ाई के बाद दोनों क्लास के सिलेबस को जोड़कर 10वीं में बोर्ड परीक्षा होती रही है। इसके बाद 11वीं और 12वीं के सिलेबस को मिलाकर 12वीं की बोर्ड परीक्षा ली जाती है। 10वीं पास करने के बाद छात्र को 11वीं में साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स वर्ग चुनना होता था।
नई शिक्षा नीति के तहत अब अलग-अलग बोर्ड एक्जाम नहीं होंगे। इनकी जगह किसी भी वर्ग का कोई भी सब्जेक्ट लेकर छात्र 9वीं से 12वीं तक सेमेस्टर प्रणाली से एक्जाम दे सकेगा। इससे छात्रों की तैयारी बेहतर होगी। सेमेस्टर में 50 नंबर के सवाल प्रैक्टिकल से जुड़े होंगे। इनमें से 20 नंबर के सवाल ओएमआर शीट पर देने होंगे। बाकी 50 नंबर के प्रश्नों का जवाब लिखना होगा। इसमें भी छात्रों को विकल्प दिए जाएंगे।
लखनऊ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार ने अमर उजाला को बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में नई शिक्षा नीति को 2023 से पूरी तरह लागू किया जा रहा है। नए साल में इसके लिए तमाम योजनाएं भी बनाई जा रही हैं। सेमेस्टर प्रणाली लागू होने से छात्रों को समग्र व्यक्तित्व का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके अलावा खेलकूद, विज्ञान प्रदर्शनी और अन्य प्रशिक्षण काम के प्रमाण पत्र भी छात्रों को मिलेंगे। कुल मिलाकर नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को बहुत सहूलियत के साथ अपनी रुचि के विषय पढ़ने को मिलेंगे।