उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी गतिविधियाँ तेज़ कर दी हैं। सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी शोभावती वर्मा के नामांकन कार्यक्रम में पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने भाजपा सरकार और जिला प्रशासन पर तीखा हमला किया।
भाजपा पर तीखे हमले
शिवपाल यादव ने अपने भाषण में कहा कि प्रशासन को निष्पक्षता से काम करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो अधिकारी ईमानदारी से कार्य नहीं कर रहे हैं, उनका नाम “लाल स्याही से लिख लो”। उन्होंने यह भी कहा कि जब सपा की सरकार आएगी, तो इन अधिकारियों से हिसाब लिया जाएगा। उनका यह बयान साफ संकेत देता है कि सपा सत्ता में लौटने पर अपनी कार्यशैली को बदलने की योजना बना रही है।
निर्वाचन प्रक्रिया पर ज़ोर
शिवपाल ने चुनाव की पारदर्शिता पर भी जोर दिया और कहा कि चुनाव आयोग ने भी प्रशासन को निष्पक्ष रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी केवल बातों में माहिर है, जबकि जमीन पर कुछ भी नहीं कर रही। कटेहरी की जनता इसे वोटों के जरिए जवाब देगी, ऐसा उनका मानना है।
मतदाताओं को धमकाने का आरोप
इस कार्यक्रम में शोभावती वर्मा के पति सांसद लालजी वर्मा ने भी जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मतदाताओं को धमकाया जा रहा है। उन्होंने यह दावा किया कि इस बार सपा को लोकसभा चुनाव की तुलना में अधिक वोट मिलने की उम्मीद है।
नौजवानों और व्यापारियों की समस्याएँ
शिवपाल यादव ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में नौजवानों की समस्याएँ बढ़ गई हैं। उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, और जो नौजवान काम कर रहे हैं, वे सिर्फ संविदा और आउटसोर्सिंग के माध्यम से कम वेतन पर कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने छोटे व्यापारियों की समस्याओं का भी जिक्र किया, जो जीएसटी और प्रशासनिक छापों के कारण परेशान हैं।
किसानों और महिलाओं की दुर्दशा
किसानों की स्थिति को लेकर भी शिवपाल ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि किसान इस सरकार से असंतुष्ट हैं और उन्हें डीएपी खाद नहीं मिल रही है। बिजली विभाग की छापेमारी से भी किसान परेशान हैं। इसके साथ ही, उन्होंने महिलाओं की असुरक्षा पर भी प्रकाश डाला और कहा कि निर्दोषों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, और जेलों में हत्याओं की घटनाएं बढ़ रही हैं।
भाजपा को हराने का विश्वास
शिवपाल ने अंत में अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि उपचुनाव में भाजपा सभी सीटों पर हार जाएगी और 2027 में सत्ता से बाहर हो जाएगी। उनका यह बयान सपा के मजबूत इरादों को दर्शाता है और आने वाले चुनावों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है।