उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पिछले चार दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं और बीजेपी आलाकमान से मुलाकात करने की कोशिश कर रहे हैं। बुधवार को उनकी बीजेपी महासचिव सुनील बंसल से मुलाकात हुई, लेकिन इस बैठक में कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका।
कटेहरी और मझवां पर दावा
इस बैठक में संजय निषाद ने यूपी की दो सीटों, कटेहरी और मझवां, पर अपने दावों को पेश किया। सुनील बंसल ने इन दोनों सीटों के बारे में संजय से विस्तार से जानकारी ली और उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस से लौटने के बाद इस मामले पर और चर्चा की जाएगी। बैठक के दौरान, निषाद पार्टी ने दोनों सीटों पर अपने संभावित उम्मीदवारों के नाम भी बीजेपी को सौंप दिए।
पीएम मोदी का निर्णय होगा अंतिम
संजय निषाद ने बताया कि पीएम मोदी से बातचीत के बाद ही इन सीटों के बंटवारे का अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज शाम तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन सी सीट किसके खाते में जाएगी।
बीजेपी को बड़ा भाई माना
संजय निषाद ने बीजेपी को एक बड़ी पार्टी बताते हुए कहा कि उपचुनावों से न तो सरकार बनेगी और न बिगड़ेगी, इसलिए उन्होंने स्थिति के हिसाब से निर्णय लेने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बीजेपी ने उन्हें मझवां और कटेहरी सीट नहीं दी, तो इसका फायदा विपक्ष को हो सकता है।
एनडीए में बने रहने का आश्वासन
हालांकि, संजय निषाद ने यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी एनडीए में ही रहेगी। उन्होंने कहा, “हम पहले भी एनडीए में थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे।” निषाद ने भरोसा दिलाया कि वे बीजेपी को बड़ा भाई और अभिभावक मानते हैं और जो भी निर्णय वह लेंगे, उसे मानेंगे।
संजय निषाद का ध्यान चुनावी जीत पर
संजय निषाद ने कहा, “बीजेपी सीट एक दे या न दे, हमारा सिंबल उनकी रहे या हमारा… जो भी तय करेंगे, हमें मंजूर है। जीत हमारा मुख्य मकसद है।” उन्होंने पीएम मोदी से दिवाली के बाद मिलने का समय मांगा है, ताकि वे निषादों से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा कर सकें।