यूपी में सरकारी नौकरी के लिए एग्जाम देने वालों को जल्द ही अच्छी खबर सामने आ रही है। शिक्षकों के लिए सरकारी नौकरी की भर्ती में होने वाली देरी से छुटकारा मिल सकता है। इसके संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ में एक बैठक भी की है। उत्तर प्रदेश में शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन होगा। यह आयोग ही पूरे राज्य में होने वाली शिक्षक भर्ती का जिम्मा संभालेगा। आयोग मदरसे समेत सभी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति भी यूपी में बनने वाला नया आयोग करेगा, टीईटी की परीक्षा भी यही आयोग कराएगा। इसी आयोग से बेसिक, माध्यमिक, उच्च और प्राविधिक कॉलेजों में टीचर्स का सेलेक्शन होगा।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के जल्द गठन के लिए दिशा- निर्देश दिए हैं। अशासकीय सहायता प्राप्त मदरसों और अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं में नया आयोग से ही होगी शिक्षकों की भर्ती होगी। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत यूपी सरकार जल्द ही यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन करेगी। पिछली बार एक मीटिंग में सीएम ने कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार बुनियादी, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए शिक्षकों के समय पर चयन के लिए प्रतिबद्ध है और जल्द ही एक एकीकृत सेवा चयन आयोग का गठन किया जाएगा।
अगर हम अभी की बात करें तो राज्य के बुनियादी, माध्यमिक, उच्च और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में योग्य शिक्षकों के चयन के लिए अलग-अलग ऑथरिटी, बोर्ड और आयोग काम करते हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग और उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग के अलावा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से भी चयन किया जाता है।