उत्तर प्रदेश: अधिक जल वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते उत्तर प्रदेश के 18 जनपदों के 1,111 गांव में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा हैं और लाखों हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। वाराणसी में मंजर बदतर हैं जहां घाटों के पानी में डूब जाने के कारण शवदाह में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।
Uttar Pradesh | Low-lying areas in Varanasi continue to remain submerged after water level of Ganga river rose a few days ago pic.twitter.com/F6im09NXI7
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 31, 2022
पूर्वांचल के बलिया में बाढ़ के पानी में डूबने से एक शख्स की जान चली गई है। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार राज्य में इस वक्त 18 जनपदों के 1,111 गांव में बाढ़ का प्रभाव देखने को मिल रहा हैं और उनमें से 116 का संपर्क बाकी इलाकों से पूरी तरह टूट चुका है। बाढ़ से कुल प्रभावितों की संख्या 2,45,585 हैं। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के बाढ़ प्रभावित जनपदों में 344 शरणालय बनाए गए हैं, जहां तकरीबन 13,496 लोगों को आश्रय प्राप्त हुआ है। राहत और बचाव कार्यों के लिए NDRF और SDRF की कुल 26 टीम तैनात किया गया हैं। प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री के पैकेट लगातार बांटे जा रहे हैं।
Uttar Pradesh | Flood-like situation in some parts of Mirzapur as the water level of river Ganga rises above the danger level. (30.08) pic.twitter.com/qVEOAWsnEa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 30, 2022
बुंदेलखंड के कई जनपदों में भी बाढ़ का कहर
हमीरपुर से मिली रिपोर्ट की माने तो, बांधों से निरंतर पानी छोड़े जाने के चलते नदी के किनारे बसे गांवों की हालत अब भी सामान्य नही है। हमीरपुर, मौदहा और सरीला इलाके में 2300 हेक्टेयर से अधिक फसल पानी में डूब गई है और कई गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।
सहारनपुर से ASP सूरज राय के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, शिवालिक की पहाड़ियों पर हो रही तेज वर्षा के चलते जनपद में सोमवार देर शाम मां शाकंभरी देवी खोल में अचानक बाढ़ आ जाने से हड़कंप मच गया। जलका बहाव इतना तीव्र था कि एक बस और भक्तों की कई गाड़ियां बहती चली गईं और कई श्रद्धालु बाढ़ में फंस गए।ASP ने बताया कि सैलाब के पानी में फंसे कई भक्तो को रेस्क्यू किया गया और सभी गाड़ियों को भी रस्से लगाकर किसी तरह पानी से बाहर निकाला गया।