लखनऊ। यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद के लिए बीते दिनों हुई परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये फैसला किया है। सीएम योगी ने इस परीक्षा को 6 महीने में फिर से कराने का निर्देश भी दिया है। यूपी पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द करने के आदेश के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि यूपी पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस के पद पर चयन के लिए ली गई परीक्षा रद्द कर उसे 6 महीने में फिर कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि परीक्षा की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात भी कही है।
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2024
यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा रद्द करने के सीएम योगी के आदेश के बाद इसमें पेपर लीक का मुद्दा उठाकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी खुश नजर आए।
#WATCH | Uttar Pradesh | Candidates in Lucknow celebrate as CM Yogi Adityanath announces cancellation of UP Police constable civil police exams 2023 and orders conducting of re-examination within next 6 months. pic.twitter.com/RCWJS8UBDd
— ANI (@ANI) February 24, 2024
इसके अलावा योगी सरकार ने आरओ और एआरओ परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ी पर भी बड़ा फैसला किया है। योगी सरकार ने कहा है कि आरओ और एआरओ परीक्षा में गड़बड़ी संबंधी शिकायत और सबूत को अभ्यर्थी 27 फरवरी तक दे सकते हैं। सरकार ने इसके लिए [email protected] मेल आईडी भी जारी की है। सरकार के इस कदम से अभ्यर्थियों की शिकायत दूर होगी। प्रयागराज में आरओ और एआरओ की भर्ती परीक्षा रद्द कराने के लिए अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे थे।
वहीं, हजारों परीक्षार्थी लखनऊ आकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ये सभी यूपी पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का आरोप लगाकर परीक्षा को रद्द करने और दोबारा कराने की मांग पर अड़े थे। पिछले कई दिनों से अभ्यर्थी लगातार अपनी मांग उठा रहे थे। इस बीच, सीएम योगी को पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के कारण वाराणसी जाना पड़ा। शुक्रवार को वाराणसी में कार्यक्रम के बाद अब लखनऊ आते ही सीएम योगी ने अभ्यर्थियों की भलाई के लिए परीक्षा को रद्द कर दोबारा 6 महीने में कराने का फैसला किया। बताया जा रहा है कि उस परीक्षा में उन सभी अभ्यर्थियों को बैठने का मौका मिलेगा, जिन्होंने इसके लिए आवेदन किया था।