लखनऊ। लोकसभा चुनाव खत्म होते ही योगी आदित्यनाथ सरकार की पुलिस एक बार फिर एक्शन में आ गई है। योगी सरकार की पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर शुरू किए हैं। 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से बुधवार तक यूपी पुलिस ने बदमाशों के 22 एनकाउंटर किए। इन एनकाउंटर मे 2 बदमाश मारे जा चुके हैं। वहीं, 20 के करीब बदमाशों को पैर में गोली मारकर योगी आदित्यनाथ सरकार की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक जौनपुर और मुजफ्फरनगर में यूपी पुलिस ने 1-1 बदमाश को एनकाउंटर में मार गिराया। इनमें 1 लाख का इनामी प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस भी है। उसे जौनपुर में मारा जा सका। प्रशांत सिंह 7 साल से पुलिस से आंखमिचौली खेल रहा था। 6 जून को यूपी पुलिस ने मुजफ्फरनगर में 2 लाख रुपए के इनामी नीलेश राय को मार गिराया। मारा गया नीलेश राय बिहार का था। यूपी में इनके अलावा 13 और जिलों में पुलिस ने बदमाशों को एनकाउंटर में पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा है। अंबेडकरनगर, मेरठ, बिजनौर, गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, रामपुर, जालौन और सीतापुर में ये एनकाउंटर यूपी पुलिस ने किए हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ में भी पुलिस एक एनकाउंटर में बदमाश को पैर में गोली मारी। लखनऊ के पास स्थित बाराबंकी और कौशांबी में भी योगी सरकार की पुलिस ने एनकाउंटर कर बदमाशों को दबोचा है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 में सीएम बनते ही यूपी पुलिस को बदमाशों से निपटने की खुली छूट दी थी। योगी ने सार्वजनिक मंच से एलान किया था कि बदमाश या तो यूपी छोड़कर चले जाएं, वरना मौत के मुंह में भेजे जाएंगे। इसके बाद ही ताबड़तोड़ एनकाउंटर की शुरुआत हुई। जिसमें बड़े-बड़े बदमाश मारे गए। तमाम बदमाश जहां हालात अपने विपरीत देखकर जमानत रद्द कराकर जेल गए। वहीं, ऐसे भी बदमाश रहे, जिन्होंने योगी सरकार के दौर में गले में तख्ती लटकाकर थाने पहुंच सरेंडर किया।