अमेरिका में 11 जनवरी को एयर ट्रैफिक में बड़ा आउटरेज सामने सामने और इस वजह से पूरे देश में बड़ी तादाद में उड़ानें प्रभावित हुईं. इस कारण एयरपोर्ट्स पर लोगों को परेशान देखा गया. वे काफी देर तक अपने -अपने विमान का इंतजार करते रहे. उस वक्त पैसेंजर समझ नहीं पा रहे थे कि ऐसा किन कारणों से हुआ है. फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के ‘नोटिस टू एयर मिशन’ सिस्टम में कंप्यूटर में आउटरेज होने के कारण अमेरिका के भीतर और बाहर करीब 5,000 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई, जबकि 800 से ज्यादा को रद्द कर दिया गया.
भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की तरह अमेरिकी विमानन नियामक एफएए है, जिसने कहा कि सुबह तकरीबन 9 बजे (शाम 7:30 बजे आईएसटी), कई अमेरिकी एयरपोर्ट्स पर प्रस्थान फिर से शुरू होने के साथ परिचालन बहाल करने का आदेश दिया गया था.
अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अवियेसन की देखरेख करने वाले परिवहन विभाग से कहा कि वजह का पता चलने पर सीधे मुझे रिपोर्ट करें. उन्होंने कहा, “वे नहीं जानते कि कारण क्या है, वे उम्मीद करते हैं कि कुछ घंटों में उन्हें इसका कारण पता चल जाएगा और तब जवाब देंगे.”