अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की लड़ाई और भी दिलचस्प हो गई है। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला बहुत ही कांटे का हो गया है।
5 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले किए गए ताजा पोल में देखा जा रहा है कि कभी ट्रंप आगे हैं तो कभी हैरिस। राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुनावी मैदान से बाहर हो जाने के बाद और निर्दलीय उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर द्वारा ट्रंप का समर्थन करने के बाद पोल में काफी बदलाव आया है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के हालिया सर्वे के मुताबिक, कमला हैरिस को 48 प्रतिशत वोटर्स का समर्थन मिल रहा है, जबकि ट्रंप को 47 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन मिल रहा है। वहीं, क्विनिपियाक यूनिवर्सिटी के एक सर्वे में हैरिस को 49 प्रतिशत और ट्रंप को 48 प्रतिशत समर्थन मिला है। सफ़ोल्क/यूएसए टुडे के एक और सर्वे के अनुसार, हैरिस को 48 प्रतिशत वोटर्स का सपोर्ट मिल रहा है, जबकि ट्रंप को 43 प्रतिशत वोटर्स का समर्थन प्राप्त है। इस समय 9 प्रतिशत वोटर्स ऐसे हैं जो किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में नहीं हैं।
10 सितंबर को एबीसी न्यूज पर होने वाली डिबेट चुनावों में एक बड़ा बदलाव ला सकती है, क्योंकि यह वोटिंग के नतीजों पर असर डाल सकती है। सर्वेक्षण के अनुसार, अगस्त के बाद से आंकड़े स्थिर हैं। हैरिस को महिलाओं के बीच अच्छा समर्थन मिल रहा है, जहां वह 13 अंकों से आगे हैं। 56 प्रतिशत लोग हैरिस के प्रदर्शन को अच्छा मानते हैं, जबकि ट्रंप के लिए ऐसा मानने वाले 41 प्रतिशत हैं।
एनबीसी न्यूज के मुताबिक, कमला हैरिस ने बाइडेन के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, ट्रंप ने अर्थव्यवस्था और मुद्रास्फीति जैसे मुद्दों पर बेहतर प्रदर्शन किया है। ट्रंप को अमेरिका-मेक्सिको सीमा को लेकर भी 9 अंकों की बढ़त मिली है।
27 जून की डिबेट से पहले बाइडेन ट्रंप से पीछे थे, जिससे डेमोक्रेटिक पार्टी की सत्ता में वापसी की उम्मीदें कम हो गई थीं। लेकिन बाइडेन के चुनावी दौड़ से बाहर होने और हैरिस के मैदान में आने के बाद स्थिति बदल गई है। अब कमला हैरिस को एक भरोसेमंद नेता के रूप में देखा जा रहा है और वह देशभर में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।
आने वाले हफ्ते में चुनावी अभियान की दिशा महत्वपूर्ण होगी। देखना होगा कि क्या हैरिस अपनी बढ़त बनाए रखती हैं या ट्रंप वापसी करेंगे।