उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सरकारी नौकरियों के लिए अब ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है जिसके तहत सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली भर्तियां अब तय कार्यक्रम के मुताबिक होंगी. ऐसे में यूपी में जो युवा सरकारी नौकरी के इंतजार में बैठे रहते हैं उनके लिए ये अच्छी खबर होने जा रही है. वहीं रिजल्ट कब तक आएगा, कब तक नियुक्तियां होंगी आदि चीजों का टाइम टेबल पहले से तय किया जाएगा. आयोग का मानना है कि भर्तियां तय समय में होने से धांधली की संभावना बिल्कुल ना के बराबर होगी.
भर्ती प्रक्रिया में देरी, धांधली की वजह
मौजूदा स्थिति पर नजर दौड़ाए तो राज्य में अब तक सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली भर्तियों में केवल आवेदन से लेकर परीक्षा कराने तक का कार्यक्रम ही पहले से तय होता है. जबकि, रिजल्ट की घोषणा और नियुक्ति पत्र देने की तारीख पहले से तय नहीं होती है, जिसके कारण भर्ती प्रक्रिया में सालों का वक्त लग जाता है. वहीं आवेदन के बाद भी परीक्षार्थी को लंबा इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में आयोग की मानें तो भर्ती प्रक्रिया में देरी होने की वजह से ही धांधली की संभावना भी बढ़ जाती है. इसलिए आयोग का मानना है कि आवेदन के साथ परीक्षा और रिजल्ट जारी करते हुए नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम भी पहले से ही तय होना चाहिए, जिससे आयोग की साख भी अच्छी होगी और साथ ही भर्ती में धांधली की संभावना भी खत्म होगी.
जल्द प्रस्ताव पर होगा विचार-विमर्श
अब तक यूपी में भर्ती प्रक्रिया तय समय पर नहीं हो पाती थी और इसमें काफी समय लगता था, जिससे सरकारी विभागों में पद भी सालों तक खाली रह जाते थे. लेकिन जब भर्ती प्रक्रिया और नियुक्ति पत्र समय पर बांटे जाएंगे तो सरकारी विभागों में पद भी सालों तक खाली नहीं रहेंगे. गौरतलब, है कि विभागों का ज्यादातर यही कहना होता है कि पद खाली होने से काम का बोझ बढ़ रहा है, जिसके चलते आयोग चाहता है कि सरकारी विभागों की नियुक्तियों में किसी तरह से भी देरी न हो. वहीं सदस्यों के बीच जल्द ही आयोग इस प्रस्ताव को विचार-विमर्श के लिए रखे जाने की तैयारी में है.
बार-बार नहीं करना पड़ेगा आवेदन
यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का मानना है कि तय समय में भर्ती प्रक्रिया पूरी होने से युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि अगर भर्ती प्रक्रिया तय समय पर होगी तो योग्य अभ्यर्थियों को कई भर्तियों के लिए बार-बार आवेदन नहीं करना पड़ेगा. दरअसल, भर्तियां तय समय में नहीं होने से अभ्यार्थी लगातार आवेदन करते रहते हैं, जिसके कारण उनका पैसा खर्च होता है, लेकिन भर्तियां तय समय से होने से युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी और उनका समय और पैसा दोनों ही बचेंगे.