उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में गोकशी के आरोप में एक मुस्लिम युवक की हुई हत्या का मामला अब सियासी बहस का विषय बन चुका है। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर बीजेपी और यूपी सरकार पर जमकर हमला बोला है। 30 दिसंबर की रात को मुरादाबाद के मझोला इलाके में गोकशी के आरोप में शाहेदीन नामक युवक की भीड़ ने पिटाई कर दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। कांग्रेस ने इसे यूपी में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति के संकेत के रूप में देखा है और योगी सरकार पर निशाना साधा है।
गोकशी के आरोप में युवक की हत्या
30 दिसंबर की रात को मुरादाबाद के मझोला क्षेत्र स्थित मंडी समिति परिसर में कुछ लोग गोकशी करने की कोशिश कर रहे थे। स्थानीय पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली और वहां पहुंचने से पहले ही गुस्साई भीड़ ने उन लोगों को पकड़ लिया। घटना के बाद पुलिस ने आरोपित शाहेदीन के खिलाफ कार्रवाई शुरू की, लेकिन भीड़ ने शाहेदीन की बुरी तरह पिटाई की, जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
कांग्रेस ने कहा- यूपी में जंगल राज
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश में अब अपराध का जंगल राज बन चुका है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि योगी सरकार और उनके अधिकारी अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं और कानून व्यवस्था में भेदभाव कर रहे हैं। अंशु अवस्थी ने कहा, “अगर प्रदेश में कानून का राज होता तो ऐसी घटनाएं अपने आप रुक जातीं। लेकिन यह सरकार अपराधियों के साथ है और उसी का नतीजा है कि भीड़ ने एक इंसान की जान ले ली।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। हाल ही में यूपी की महामहिम राज्यपाल ने भी राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई थी, लेकिन सरकार इस पर ध्यान देने के बजाय अपराधियों के पक्ष में काम कर रही है।
मुद्दा बनता गया गोकशी के आरोप का विवाद
गोकशी के आरोप में हुई मौत के बाद शाहेदीन के परिवार ने इंसाफ की गुहार लगाई है। उनके परिवार ने मुकदमा दर्ज कराया और हत्या के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। शाहेदीन के भाई आलम ने पुलिस में शिकायत की और हत्या का मामला दर्ज करने की अपील की। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जब उन्हें जानकारी मिली कि मझोला क्षेत्र में गोकशी की जा रही है तो पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले ही भीड़ ने एक युवक को पकड़ लिया और बाकी आरोपित फरार हो गए। गिरफ्तार युवक शाहेदीन के साथी अदनान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस कार्रवाई जारी है और घटना की गहन जांच की जा रही है।
पुलिस का बयान और जांच की दिशा
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिटी कुमार रणविजय सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि रात करीब तीन बजे मझोला इलाके में मंडी समिति परिसर में तीन लोग गोकशी कर रहे थे। इसके बाद आसपास की भीड़ ने मौके पर पहुंचकर एक आरोपी शाहेदीन को पकड़ लिया, जबकि बाकी आरोपी फरार हो गए। भीड़ ने शाहेदीन की बुरी तरह पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने गोकशी के आरोप में शाहेदीन के साथी अदनान को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या गोकशी की घटना के बाद इस तरह की हिंसा से कोई और मुद्दा जुड़ा था या नहीं। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि भीड़ द्वारा की गई हिंसा को लेकर किन लोगों की भूमिका रही है।
कांग्रेस का आरोप: योगी सरकार अपराधियों को दे रही है संरक्षण
कांग्रेस पार्टी ने इस घटना के बाद योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अंशु अवस्थी ने कहा कि यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है। उनका कहना था कि अगर यूपी में कानून का पालन हो रहा होता, तो इस प्रकार की हिंसक घटनाएं नहीं होतीं। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि यूपी सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और इस कारण प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ चुकी है।
इस मामले में कांग्रेस के हमले के बाद बीजेपी ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार इस घटना की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी ने कहा कि यह घटना किसी भी प्रकार से कानून के दायरे में नहीं आती और सरकार इस पर सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्या होगा अगला कदम?
अब सवाल यह है कि क्या यूपी सरकार इस घटना पर कोई ठोस कदम उठाएगी या फिर यह मामला सियासी चश्मे से ही देखा जाएगा। गोकशी के आरोप में हत्या की इस घटना को लेकर सियासी माहौल गर्म हो चुका है और आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है। कांग्रेस पार्टी के आरोपों के बाद बीजेपी को जवाब देना होगा कि आखिर कब तक यूपी में अपराधियों को संरक्षण दिया जाएगा और कब तक कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कार्रवाई की जाएगी।