यूपी विधानसभा सत्र में सपा का जोरदार विरोध, गले में बेड़ियां और हाथों में अस्थि कलश लेकर पहुंचे विधायक

उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू हो गया है, और पहले ही दिन सपा (समाजवादी पार्टी) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। महाकुंभ में मची भगदड़ और संभल जैसी घटनाओं को लेकर सपा ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। इस विरोध में सपा के विधायकों ने कुछ अनोखा तरीका अपनाया, जिसमें एक विधायक गले में जंजीर डालकर तो दूसरा विधायक साइकिल पर अस्थि कलश लेकर विधानसभा पहुंचे।

विधानसभा में हंगामा, कामकाजी घंटे प्रभावित

सपा के विधायक अतुल प्रधान ने विधानसभा में गले में बेड़ियां डालीं और हाथ में हथकड़ी लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रतीकात्मक है, और उन्होंने अमेरिका में भारतीयों को जंजीर से बांधकर भेजे जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर विरोध जताने आई है।

वहीं, सपा के अन्य विधायक आशुतोष सिन्हा साइकिल पर अस्थि कलश लेकर पहुंचे। आशुतोष ने कहा कि यह अस्थि कलश लोकतंत्र के मंदिर (विधानसभा) में नैतिकता की मिसाल पेश करने के लिए है। इस दौरान सपा विधायकों ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान जमकर हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक स्थगित कर दी गई।

सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए

सपा के सीनियर नेता सुधाकर सिंह ने कहा कि इस हंगामे का उद्देश्य सरकार की विफलताओं को उजागर करना था। खासतौर पर महाकुंभ में मची भगदड़ और संभल में हुई घटनाओं पर सरकार का ध्यान नहीं जाना एक बड़ी असफलता है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने यूपी सरकार को जन विरोधी और किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है।

योगी आदित्यनाथ का बयान: विपक्ष से सहयोग की उम्मीद

बजट सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष से सहयोग की उम्मीद जताई थी। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था कि उनका मानना है कि विपक्ष को अपनी हार की हताशा को सदन में नहीं लाना चाहिए। योगी ने कहा कि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों को सहयोग करना होगा।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यूपी विधानसभा में बहुत कम ऐसा हुआ है जब लंबे समय तक सत्र बुलाया गया हो, और इस बार वह उम्मीद करते हैं कि विपक्ष जिन मुद्दों को उठाना चाहेगा, उस पर सत्ता पक्ष जवाब देने के लिए तैयार रहेगा।

विधानसभा का बजट सत्र: एक नया पन्ना

यूपी विधानसभा का बजट सत्र जहां सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस का मैदान बनता है, वहीं इस बार विपक्ष ने अपनी ओर से सरकार को घेरने के लिए विरोध के तीखे तरीके अपनाए। सपा ने इस बार तो एक कदम आगे बढ़ते हुए गले में बेड़ियां डालने और अस्थि कलश लेकर सदन में आने जैसा प्रतीकात्मक विरोध किया।

यूपी विधानसभा के इस सत्र के पहले दिन का यह हंगामा इस बात का इशारा है कि इस बार विपक्ष ने योगी सरकार को किसी भी हालत में नहीं बख्शने का फैसला किया है। हालांकि, योगी सरकार का कहना है कि वह विपक्ष से पूरा सहयोग प्राप्त करने की उम्मीद करती है ताकि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके।

सपा का यह विरोध है कितना असरदार?

विधानसभा के इस सत्र में सपा का विरोध यदि सियासी मुद्दों की ओर इशारा करता है तो वह योगी सरकार के लिए चिंता का विषय हो सकता है। सपा ने जिस तरह से विरोध प्रदर्शन किया, वह केवल मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित करने का तरीका नहीं था, बल्कि यह दर्शाता है कि विपक्ष के पास सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने के लिए बहुत कुछ है।

बता दें कि विधानसभा सत्र के पहले दिन का यह हंगामा सरकार के लिए एक चेतावनी है, क्योंकि विपक्ष अब और भी तीव्र तरीके से अपनी बात रखेगा। जहां सपा सरकार के खिलाफ आक्रामक है, वहीं अन्य विपक्षी दल भी इन मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार हो सकते हैं।

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