उत्तराखंड में मौसम विभाग की तरफ से भारी वर्षा को लेकर जारी चेतावनी के बाद प्रदेश सरकार हरकत में आ गई है, जिससे केदारनाथ धाम यात्रा पर 24 घंटे के लिए रोक लगा दी गई है। बीते 3 दिनों से निरंतर हो रही भारी वर्षा के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में ठंड ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। वहीं, मौसम विभाग की तरफ से भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी करने के बाद केदरनाथ धाम की यात्रा को भी रोक दिया गया है। केदारनाथ गए सभी यात्रियों से दर्शन के पश्चात वापस लौटने की अपील की गई है।
लैंडस्लाइड की घटना से बचने के लिए यात्रा पर लगाई गई रोक
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शनिवार यानी बीते कल मौसम को देखते हुए ही यात्रा से रोक हटाया जा सकता है हालांकि प्रातः11:00 बजे तक 7665 श्रद्धालु केदारनाथ धाम के लिए निकल गए। लगभग 5000 भक्त सीतापुर सोनप्रयाग, गौरीकुंड में फसे हुए हैं। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मौसम विभाग ने जो अलर्ट जारी किया है उसके चलते यात्रा मार्गों पर भूस्खलन की घटनाएं बढ़ने की संभावना है ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी वर्षा को लेकर के सरकार ने सभी कर्मचारियों बचाव एजेंसियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं।
चंपावत जिले में भारी बारिश के कारण शारदा नदी और अन्य नदी-नालों में जलस्तर काफी बढ़ गया है। घाट किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है। राहत शिविर बनाए हैं। NH-9 और कुछ ग्रामीण सड़कें बंद हैं जिन्हें खोलने का प्रयास जारी है: हिमांशु कफल्टिया SDM चंपावत pic.twitter.com/xFxj9VVecG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 17, 2022
बद्रीनाथ की ऊंची पहाड़ियों में ठंड ने दी दस्तक
दूसरी ओर गंगा नदी का पानी का स्तर बढ़ने से ऋषिकेश में राफ्टिंग को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे बार-बार बंद होने के कारण ऋषिकेश में ही चार धाम यात्रियों को रोक दिया है। रुद्रप्रयाग के एसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि 2 दिन के लिए भारी वर्षा के अलर्ट के बाद शनिवार प्रातः 11:00 बजे के बाद श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम नहीं जाने दिया गया। बताया जा रहा है कि बद्रीनाथ की ऊंची पहाड़ियों में मौसम की पहली बर्फबारी भी हो गई है। बर्फबारी के बाद सर्दी ने भी अपनी दस्तक दे दी है। पितृपक्ष के चलते भारी तादाद में तीर्थयात्री अपने पितरों का पिंडदान करने बद्रीनाथ धाम पहुंच रहे हैं।