देवभूमि उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन का कहर जारी है। हर साल की तरह इस बार भी पहाड़ी राज्यों में प्रकृति का कहर देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड के रुद्रप्राग जिले के गौरीकुंड में भीषण भूस्खलन में में 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे में 17 लोग लापता हो गए है। भूस्खलन से दुकाने और ढाबे बह गए है। हालांकि, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि चार शव बरामद किये गये हैं। गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को केदारनाथ के रास्ते में गौरीकुंड के पास डाट पुलिया के पास अचानक आई बाढ़ के बाद हुए भूस्खलन में स्थानीय लोगों को काफी नुकसान हुआ है।
रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में भीषण भूस्खलन में 3 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग लापता हैं। पहाड़ से आए भारी मलबे में सड़क किनारे बनी 2 दुकानें और ढाबे क्षतिग्रस्त हो गए। जिला प्रशासन के मुताबिक, इन दुकानों और ढाबों में 4 स्थानीय लोग और 16 नेपाली मूल के लोग थे। SDRF द्वारा सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है।
जिला प्रशासन उत्तरकाशी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगे जिले के मोरी क्षेत्र में आराकोट-चिनवा मोटर मार्ग पर मोल्डी के पास भारी भूस्खलन के कारण करीब 60 हिस्से पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके है। इलाके के दर्जनों गांव कट गए गए हैं। भूस्खलन के कारण बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं। प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य जारी है।
अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खोज और बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए घटनास्थल का दौरा करने वाले थे। हालांकि रुद्रप्रयाग में खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गौरीकुंड दौरा रद्द कर दिया गया।