Sunday, April 20, 2025

जिया हो बिहार के लाला…” डेब्यू में छा गया किसान का बेटा, आउट होते ही आंखें क्यों हो गईं नम?

19 अप्रैल 2025 को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में बिहार के 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने इतिहास रच दिया। राजस्थान रॉयल्स के लिए लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ डेब्यू करते हुए वह IPL के सबसे युवा खिलाड़ी बने। पहली गेंद पर ही 105 मीटर का छक्का जड़कर वैभव (Vaibhav Suryavanshi) ने सनसनी मचा दी, लेकिन 34 रन की ताबड़तोड़ पारी के बाद स्टंप आउट होने पर उनके आंसू छलक पड़े। यह भावुक पल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसने फैंस को भी रुला दिया। आइए, इस किसान के बेटे की कहानी को सरल भाषा में विस्तार से जानते हैं…

IPL 2025 में वैभव का धमाकेदार डेब्यू

दरअसल राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान संजू सैमसन की चोट के कारण 14 साल के वैभव को मौका दिया। यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करने उतरे वैभव ने शार्दूल ठाकुर की पहली ही गेंद पर कवर के ऊपर से 105 मीटर का छक्का जड़ दिया। इसके बाद अवेश खान को छक्का और चौका मारकर उन्होंने 20 गेंदों में 34 रन (2 चौके, 3 छक्के) ठोके। 181 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान 2 रनों से हार गया, लेकिन वैभव की पारी ने राहुल द्रविड़ समेत सभी को हैरान कर दिया।

 

आंसुओं का मोल: खुशी या सपने का बोझ?

एडन मार्करम की गेंद पर स्टंप आउट होने के बाद वैभव ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़े। लेकिन डगआउट पहुँचने से पहले ही उनके आंसू छलक पड़े। ये आंसू खुशी, गर्व, और उस पल की भारी भावनाओं का मिश्रण थे। बता दें कि 14 साल की उम्र में IPL जैसे मंच पर धुरंधर गेंदबाजों का सामना करना और स्टेडियम का तालियों से गूँजना—यह वैभव के लिए सपने जैसा था। वायरल वीडियो में फैंस ने इसे “इमोशनल मूमेंट” करार दिया, जो बिहार के इस नन्हे सितारे (Vaibhav Suryavanshi) की मेहनत को बयाँ करता है।

 

IPL इतिहास का सबसे युवा खिलाड़ी

वैभव ने 14 साल, 23 दिन की उम्र में IPL डेब्यू कर RCB के प्रयास राय बर्मन (16 साल, 157 दिन, IPL 2019) का रिकॉर्ड तोड़ा। वह 2008 में IPL शुरू होने के बाद जन्मे पहले खिलाड़ी हैं, जो इस लीग में खेले। बिहार के समस्तीपुर के ताजपुर गाँव से ताल्लुक रखने वाले वैभव ने 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी डेब्यू किया था। 2024 में ऑस्ट्रेलिया U-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक और U-19 एशिया कप में 176 रन (औसत 44) ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। राजस्थान रॉयल्स ने IPL 2025 नीलामी में 1.1 करोड़ में उन्हें खरीदा था।

कैसे खेतों से निकल IPL तक का सफ़र तय किया?

बता दें कि वैभव के पिता संजीव पेशे से एक किसान हैं। उन्होंने बेटे के क्रिकेट जुनून के लिए अपना खेत तक बेच दिया और घर के पीछे प्रैक्टिस पिच बनवाई। 9 साल की उम्र में वैभव समस्तीपुर की क्रिकेट अकादमी में शामिल हुए। कोच मनीष ओझा की देखरेख में उन्होंने रणजी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, और U-19 टूर्नामेंट में धमाल मचाया। उनके पिता ने PTI को बताया, “नागपुर में RR ट्रायल के दौरान वैभव ने 17 रन चाहिए वाले ओवर में 3 छक्के मारे।” वैभव का आदर्श ब्रायन लारा हैं, और वह वसीम जाफर से सलाह लेते हैं।

क्यों खास है वैभव का डेब्यू?

वैभव का डेब्यू सिर्फ रिकॉर्ड नहीं, बल्कि छोटे शहरों के सपनों की उड़ान है। 14 साल की उम्र में दबाव में 183.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाना उनकी मानसिक ताकत दिखाता है। हर्षा भोगले ने कहा कि कम्पोज्ड, फीयरलेस, स्टाइलिश—इस लड़के का भविष्य उज्ज्वल है।” केविन पीटरसन ने टिप्पणी की, “14 साल में वह ऐसे खेला जैसे अनुभवी हो।” RR की युवा प्रतिभाओं पर दांव लगाने की नीति ने वैभव को मौका दिया, और उन्होंने इसे दोनों हाथों से लपका। यह पल बिहार के लिए गर्व का क्षण है और भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई शुरुआत।

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