गुरुवार को उत्तर प्रदेश और झारखंड में वंदे भारत ट्रेनों पर दो अलग-अलग जगहों पर लगभग एक जैसे हमले हुए हैं। वाराणसी से लखनऊ जा रही वंदे भारत ट्रेन और रांची से पटना जा रही वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई है। इस हमले में दोनों ट्रेनों के एक-एक कोच के शीशे चकनाचूर हो गए हैं। इसे शरारती तत्वों का काम माना जा रहा है। दोनों घटनाओं की जांच के लिए जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने काम शुरू कर दिया है और हमलावरों की पहचान की कोशिश की जा रही है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये घटनाएँ किसी साजिश का हिस्सा हैं या संयोग का मामला।
वाराणसी-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन पर चौकाघाट ढेलवारिया के पास पथराव हुआ। यह जगह वाराणसी जंक्शन से थोड़ी दूर स्थित है। पथराव के चलते ट्रेन के C-5 कोच के शीशे टूट गए। ट्रेन के लोको पायलट ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित किया, जिसके बाद GRP और RPF की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। ट्रेन को लखनऊ के लिए फिर से रवाना कर दिया गया है।
वहीं, रांची से पटना जा रही वंदे भारत ट्रेन नंबर 22350 पर हजारीबाग जिले में पथराव हुआ। हजारीबाग के चरही और बेस रेलवे स्टेशनों के बीच पथराव किया गया। इस घटना में ट्रेन के कोच नंबर E-1 के सीट नंबर 5 और 6 के पास का कांच पूरी तरह से चकनाचूर हो गया। इस हमले की भी जांच की जा रही है और फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
हाल ही में वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास और गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन पर पिछले साल पथराव हो चुका है। बिहार के कटिहार और किशनगंज में भी वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।