पांच राज्यों में चुनाव के बाद अब मतगणना का इंतजार है। समाचार चैनल्स के एक्जिट पोल भी आ चुके है। जिनमें मिलाजुला परिणाम देखने को मिल रहा है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार आती दिख रही है। वहीं एमपी में शिवराज को कांग्रेस कड़ी चुनौती दे रही है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस रमन सरकार को आंकड़ों में टक्कर दे रही है।
ऐसे में मतगणना में ये आंकड़े सच साबित होते हैं, और कांग्रेस की सरकार बन जाती है, तो 2019 से ठीक पहले बीजेपी को बड़ा होगा। ऐसे में क्या वाकई कांग्रेस के लिए 2019 में अनुकूल माहौल तैयार हो रहा है। और बीजेपी और मोदी के लिए क्या बुरे दिन आ गए है। ऐसे तमाम सवाल मन में खड़े हो रहे हैं। इसीलिए राजसत्ता एक्सप्रेस आपके लिए एक्सपर्ट की खास राय लाया है। जिसको पढ़कर आप जान पाएंगे आखिर क्या है इस परिणाम की आखिर वजह और क्या फर्क पड़ेंगे इसका 2019 के चुनाव में।
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह कहते हैं,
‘एक्जिट पोल के मुताबिक अगर परिणाम आते हैं, तो इसका असर मौलिक और मानसिक रूप से पड़ेगा। बीजेपी को ये हार सताएगी, वहीं कांग्रेस के टूटे मनोबल को बढ़ाएगी। मोदी के प्रति लोगों का आकर्षण कम नहीं है, लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ताओं का मनोबल पर जरूर प्रभाव पड़ेगा’
बीबीसी के पूर्व पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी के अनुसार,
‘बीजेपी के लिए ये बड़ा सेटबैक है, अमित शाह और मोदी को सोचना होगा की वो सिर्फ वादों से और बातों से राज्यों में चुनाव नहीं जीत सकते। विधानसभा चुनावों में स्थानीय नेता का महत्व होता है, जिसका असर चुनाव में देखने को मिलेगा। एक्जिट पोल उसी की ओर इशारा कर रहे हैं’.
वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश शुक्ल कहते हैं,
‘राजस्थान में अगर परिणाम एक्जिट पोल के मुताबिक आते हैं, तो उसका मतलब है वहां हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड जारी है। एमपी में अगर सरकार बदलती है, तो इसका मतलब है। शिवराज से लोग नाराज कम, 15 साल से एक सरकार से बोर हो गए हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में भी यही हाल है’.
राहुल गांधी और मोदी की लोकप्रियता के सवाल पर कहते हैं,
‘कांग्रेस की सरकार जितने भी राज्यों में बनेगी उसका परिणाम सरकारों और मुख्यमंत्री काल में की गई गलतियां है। यहां राहुल गांधी की लोकप्रियता न तो बढ़ी है, और न ही मोदी को कोई फर्क पड़ा है’।