ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने शानदार शतक जड़ते हुए न केवल अपनी फॉर्म में वापसी की, बल्कि क्रिकेट जगत के एक और बड़े रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। यह शतक विराट कोहली के टेस्ट करियर का 30वां शतक है। पिछले 491 दिनों से टेस्ट क्रिकेट में शतक का इंतजार कर रहे कोहली ने आखिरकार यह कमाल कर दिखाया। इससे पहले 20 जुलाई 2023 को पोर्ट ऑफ स्पेन में उन्होंने शतक लगाया था, और अब पर्थ टेस्ट में उन्होंने अपनी शानदार बैटिंग से सभी को हैरान कर दिया।
पर्थ की मुश्किल पिच पर कोहली की संघर्षपूर्ण पारी
विराट कोहली ने जब पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने की शुरुआत की, तो उनके सामने कड़ी चुनौती थी। इस पिच पर तेज गेंदबाजों को तो पहले ही मदद मिलना बंद हो गया था, लेकिन गेंद का उछाल असमान था। कभी गेंद ऊपर जाती, तो कभी नीचे रुक जाती, जिससे बल्लेबाजों को लगातार सतर्क रहना पड़ता था। कोहली ने इस मुश्किल हालात का बखूबी सामना किया और ठंडे दिमाग से खेलते हुए पहले 40 रन बनाए। टी ब्रेक तक वह संभलकर खेल रहे थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को और तेज किया।
टी ब्रेक के बाद विराट कोहली ने कुछ खूबसूरत शॉट्स लगाए। हालांकि, कुछ अवसरों पर उन्हें बड़ा भाग्य मिला, जब दो बार गेंद उनके विकेट पर लगने से बची। इसके बावजूद, कोहली ने अपने खेल को जारी रखा और धीरे-धीरे शतक की ओर बढ़ने लगे। 94 गेंदों पर उन्होंने अपनी पारी का अर्धशतक पूरा किया और इसके बाद तेज खेलते हुए अपनी सेंचुरी पूरी की। यह शतक उनके करियर के 30वें शतक के रूप में साबित हुआ, जो उनके आत्मविश्वास को और मजबूत करेगा।
विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर को पछाड़ा
विराट कोहली ने पर्थ टेस्ट में शतक लगाकर एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस शतक के साथ ही वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे कम पारियों में 9 शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। सचिन तेंदुलकर ने 9 शतक 65 पारियों में लगाए थे, जबकि विराट कोहली ने यह कमाल 54 पारियों में ही कर दिया। इस शानदार उपलब्धि के साथ ही कोहली ने सचिन को पीछे छोड़ दिया और अपने नाम एक और महत्वपूर्ण रिकॉर्ड जोड़ा।
ऑस्ट्रेलिया में विराट कोहली का ऐतिहासिक शतक
विराट कोहली ने इस पर्थ टेस्ट में अपनी सेंचुरी के साथ ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। कोहली ने अब तक ऑस्ट्रेलिया में 7 टेस्ट शतक लगाए हैं, जबकि सचिन तेंदुलकर ने यहां 6 शतक लगाए थे। गावस्कर ने यह कारनामा 5 बार किया था। यह रिकॉर्ड न केवल कोहली के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी गर्व की बात है।
कोहली का शतक भारतीय क्रिकेट के लिए शुभ संकेत
विराट कोहली का यह शतक भारतीय क्रिकेट के लिए एक सकारात्मक संकेत है। पिछले कुछ समय से कोहली का फॉर्म थोड़ी गिरावट में था, और कई क्रिकेट पंडितों ने उनकी फॉर्म पर सवाल उठाए थे। लेकिन इस शतक के साथ कोहली ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। अब उम्मीद जताई जा रही है कि कोहली के बल्ले से आने वाली पारी में और भी धमाकेदार शतक देखने को मिल सकते हैं, खासकर आगामी टेस्ट मैचों में।
इस शतक के साथ विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर की एक नई ऊंचाई को छुआ है और भारतीय क्रिकेट की इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना जोड़ा है।