11 और 12 नवंबर 2024 की रात भारतीय एविएशन सेक्टर में एक ऐतिहासिक बदलाव लेकर आई। इसी रात, भारत की लग्जरी एयरलाइन विस्तारा का सफर समाप्त हुआ और यह पूरी तरह से एयर इंडिया में विलीन हो गई। इस विलय के बाद अब विस्तारा का कोई अलग अस्तित्व नहीं रहेगा। इसके कर्मचारियों, विमानों और उड़ानों का संचालन अब एयर इंडिया के नाम से होगा। यह बदलाव भारतीय एयरलाइंस इंडस्ट्री के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने जैसा है, क्योंकि विस्तारा ने बहुत कम समय में अपनी पहचान बनाई थी।
विस्तारा की शुरुआत और उसकी सफर की कहानी
विस्तारा एयरलाइंस की शुरुआत 2013 में टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस के जॉइंट वेंचर के तौर पर हुई थी। इसका उद्देश्य भारतीय विमानन क्षेत्र में एक लग्जरी सेवा का विस्तार करना था। इसके विमानों में बेहतरीन सेवाओं और हाई-एंड अनुभव ने जल्द ही यात्रियों के बीच अपनी जगह बना ली। 2015 में विस्तारा ने अपनी पहली घरेलू उड़ान दिल्ली से मुंबई के बीच शुरू की थी, और इसके बाद इस एयरलाइन ने तेजी से अपनी पैठ बनाई।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और विस्तार
विस्तारा ने 6 अगस्त 2019 को दिल्ली से सिंगापुर के लिए अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा शुरू की। इसके बाद इस एयरलाइन ने अन्य देशों के लिए भी अपनी सेवाओं का विस्तार किया। रोज़ाना करीब 350 उड़ानों और 50,000 से अधिक यात्रियों को सेवाएं देने वाली विस्तारा एक महत्वपूर्ण एयरलाइन बन चुकी थी। हालांकि, 2022 में एयर इंडिया के साथ इसके विलय की घोषणा के बाद से इस एयरलाइन का भविष्य अब एयर इंडिया के तहत तय होने वाला था।
विलय के बाद क्या होगा बदलाव?
अब 12 नवंबर से विस्तारा का पूरा परिचालन एयर इंडिया के बैनर तले होगा। इसके विमानों के कोड और सभी उड़ानों के संचालन को एयर इंडिया के नाम से संचालित किया जाएगा। यात्री जिन्होंने विस्तारा के नाम पर टिकट बुक किया था, उन्हें अब एयर इंडिया के तहत यात्रा करनी होगी। टिकट में अपडेट किए गए कोड के तहत उन्हें एयर इंडिया की उड़ानों में चढ़ने के लिए बोर्डिंग पास मिलेगा।
विस्तारा का लोगो भी धीरे-धीरे एयर इंडिया के लोगो में बदल जाएगा और कंपनी का ब्रांड धीरे-धीरे पूरी तरह से गायब हो जाएगा। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर एयर इंडिया का स्टाफ यात्रियों की सहायता करेगा, ताकि कोई भी यात्री किसी तरह की असुविधा महसूस न करे।
कौन सी सेवाएं बंद होंगी और क्या बदलेंगे?
विलय के बाद, विस्तारा के यात्रियों को एयर इंडिया के काउंटरों से सेवा मिलना शुरू हो जाएगी। हालांकि, जो सुविधाएं विस्तारा के यात्रियों को मिलती थीं, जैसे लाउंज सुविधा, फिलहाल वह उपलब्ध नहीं होगी। इस बीच, एयर इंडिया अपनी नई व्यवस्था के तहत सभी यात्रा संबंधित मामलों का निपटारा करेगी।
विस्तारा की पहचान का अंत
विस्तारा ने अपनी बहुत ही कम समय में भारतीय विमानन क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई थी। यात्रियों को आरामदायक सफर और शानदार सेवा देने के लिए मशहूर इस एयरलाइन ने बहुत जल्द ही अपनी एक अलग जगह बना ली थी। लेकिन अब उसका इतिहास समाप्त हो चुका है और एयर इंडिया के तहत उसका परिचालन शुरू हो गया है। विस्तारा ने जो उच्च गुणवत्ता की सेवा दी थी, वह अब एयर इंडिया की नीतियों में शामिल हो गई है।
भारत के एयरलाइंस सेक्टर में यह एक बड़ा बदलाव है और अब देखने वाली बात यह होगी कि एयर इंडिया इस विलय के बाद अपनी सेवाओं में कितना और कैसे सुधार कर पाएगा।