वायनाड उपचुनाव: प्रचार के आखिरी दिन राहुल गांधी, प्रियंका के साथ करेंगे रोड शो

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज केरल के वायनाड दौरे पर हैं, जहां वह अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए प्रचार करेंगे। यह वायनाड लोकसभा उपचुनाव के प्रचार का आखिरी दिन है, और राहुल-प्रियंका का रोड शो स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता के बीच काफी उत्साह का माहौल बना चुका है। राहुल और प्रियंका गांधी का पहला रोड शो सुबह 10:30 बजे सुल्तान बाथरी में होगा, इसके बाद वे तिरुवंबदी, कोझिकोड में भी रोड शो करेंगे।

प्रियंका गांधी की पहली चुनावी चुनौती

प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड सीट से उपचुनाव लड़ रही हैं और यह उनका पहला चुनाव है। हालांकि, वह पहले भी कई बार कांग्रेस के चुनावी प्रचार का हिस्सा रही हैं, लेकिन इस बार यह उनका व्यक्तिगत चुनावी अभियान है। प्रियंका गांधी को इस उपचुनाव में यूडीएफ (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) के उम्मीदवार के रूप में उतारा गया है। उनके खिलाफ सीपीआई के सत्यन मोकेरी और बीजेपी की नव्या हरिदास मैदान में हैं।

यह उपचुनाव खास इसलिए है क्योंकि प्रियंका गांधी पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं और इस सीट को कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वायनाड सीट पर 13 नवंबर को मतदान होगा और यह कांग्रेस के लिए एक बड़ी राजनीतिक परीक्षा है।

उपचुनाव क्यों हो रहा है?

वायनाड सीट पर उपचुनाव का कारण यह है कि लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया। इस इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को इस सीट पर चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी को लेकर मजबूत रणनीति बनाई गई है।

वायनाड एक सुरक्षित सीट मानी जाती है, लेकिन इस बार सीपीआई और बीजेपी जैसे विरोधी दल भी चुनावी मुकाबले में हैं। इन दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत इस सीट पर लगा दी है, जिससे यहां का चुनाव दिलचस्प हो गया है।

प्रियंका गांधी ने खुद संभाला प्रचार का मोर्चा

प्रियंका गांधी ने खुद वायनाड उपचुनाव के प्रचार का मोर्चा संभाल लिया है। आज के रोड शो में राहुल और प्रियंका गांधी दोनों ही मिलकर कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करेंगे। राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जनता उनके रोड शो को लेकर बेहद उत्साहित हैं, और इस उत्साह को वोट में बदलने की पूरी कोशिश की जा रही है। प्रियंका और राहुल दोनों की ओर से प्रचार के दौरान यह संदेश देने की कोशिश होगी कि प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से भी बेहतर सांसद साबित होंगी।

राहुल गांधी ने वायनाड में एक जनसभा के दौरान यह भी कहा था कि उनकी बहन प्रियंका गांधी इस सीट से बेहतर सांसद साबित होंगी। राहुल ने अपनी बहन को प्रचारित करने के दौरान यह भी कहा कि प्रियंका का नेतृत्व वायनाड के लिए काफी फायदेमंद होगा।

कांग्रेस का लक्ष्य: पांच लाख से ज्यादा वोट

कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी को वायनाड से भारी मतों से जिताने का लक्ष्य रखा है। पार्टी का उद्देश्य इस उपचुनाव में प्रियंका को पांच लाख से अधिक वोटों से जीत दिलाना है। प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस के नेताओं की पूरी कोशिश होगी कि वायनाड की जनता को उत्साहित किया जा सके और उन्हें यह यकीन दिलाया जा सके कि प्रियंका गांधी उनके लिए सबसे बेहतर प्रतिनिधि साबित होंगी।

आखिरी दिन की तैयारी

आज का दिन वायनाड उपचुनाव के प्रचार का आखिरी दिन है, और कांग्रेस इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाने की तैयारी में है। प्रियंका गांधी की पहली चुनावी चुनौती से इस उपचुनाव को लेकर राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। सभी की निगाहें 13 नवंबर को होने वाले मतदान पर हैं, जब यह तय होगा कि प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी पहली चुनावी चुनौती में किस तरह का प्रदर्शन करती हैं।

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