कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार चुनावी मैदान में उतरने जा रही हैं। वह केरल की वायनाड सीट से उपचुनाव लड़ेंगी, जिसके लिए उन्होंने हाल ही में नामांकन दाखिल किया। प्रियंका ने वायनाड पहुंचकर वहां की जनता को संबोधित करते हुए अपने भाई राहुल गांधी के खिलाफ चल रहे नकारात्मक अभियान पर विचार साझा किए।
प्रियंका गांधी ने कहा, “मेरे भाई की इमेज को खराब करने के लिए उनके खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया गया है। इस अभियान में बहुत सारा पैसा और संसाधन लगाया गया।” उन्होंने जनता को याद दिलाया कि जब हर कोई राहुल से मुंह मोड़ रहा था, तब वायनाड की जनता ने उनका समर्थन किया था। “आप सबने उनकी लड़ाई को पहचाना और उन्हें वोट दिया,” प्रियंका ने कहा।
वायनाड सीट का महत्व और उपचुनाव की तैयारी
वायनाड सीट हाल ही में राहुल गांधी के छोड़ने के कारण खाली हुई है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में वायनाड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की रायबरेली से भी चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन उन्होंने रायबरेली को चुना, जिससे वायनाड सीट अब प्रियंका गांधी के लिए खुल गई है। अब प्रियंका गांधी इस सीट पर चुनावी लड़ाई को गंभीरता से ले रही हैं।
नव्या हरिदास दे रही चुनौती
प्रियंका गांधी के सामने इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की नव्या हरिदास चुनौती पेश कर रही हैं। नव्या को बीजेपी ने इस सीट पर उम्मीदवार बनाया है, और उन्हें उम्मीद है कि वह प्रियंका को कड़ी टक्कर दे सकेंगी। इसके साथ ही, LDF के सत्यन मोकेरी भी इस चुनाव में शामिल हैं, जो चुनावी परिदृश्य को और दिलचस्प बनाते हैं।
प्रियंका गांधी की यह पहली चुनावी लड़ाई न केवल उनके राजनीतिक करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए भी एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। प्रियंका ने कहा, “मैं यहां आपके समर्थन के लिए आई हूं। वायनाड के लोगों ने जो बंधन बनाया है, उसके लिए मैं और मेरा परिवार आप सभी के बहुत आभारी हैं।”
जैसे-जैसे उपचुनाव का समय नजदीक आ रहा है, यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका गांधी किस तरह से अपने अभियान को आगे बढ़ाएंगी और क्या वायनाड की जनता उनके नेतृत्व को स्वीकार करेगी।