किसी के वॉट्सऐप अकाउंट को हैक करना उसे ऑनलाइन पेमेंट में फंसाने जैसा ही है। इसके लिए फिशिंग और स्किमिंग जैसे तरीकों की मदद ली जा सकती है और हैकर्स किसी यूजर को झांसा दे सकते हैं। अटैकर ऐसी कई सोशल इंजिनियरिंग ट्रिक्स आजमा सकते हैं। उदाहरण के लिए कह सकते हैं कि आपका सिम ब्लॉक होने वाला है, ऐसा कहकर यूजर के डिवाइस पर आने वाला 6 डिजिट का कोड पूछ सकते हैं।
अलग-अलग तरीकों से झांसा देकर अटैकर यह कोड पता कर लेते हैं और फिर वॉट्सऐप अकाउंट में लॉग-इन कर सकते हैं। इसके अलावा आपके दोस्त या साथ काम करने वाले लोग भी वॉट्सऐप लॉगिन कोड स्मार्टफोन में देख सकते हैं और शेयर कर सकते हैं। ऐसे अटैक अक्सर तब होते हैं, जब आप यात्रा कर रहे होते हैं या फिर व्यस्त होते हैं। इस तरह हैकिंग के क मामले सामने आए हैं। ऐसे में किसी पर भी ज्यादा भरोसा करना और अपना डिवाइस उन्हें देना डेटा सिक्यॉरिटी के लिहाज से खतरनाक हो सकता है।
एक बार छह डिजिट का कोड हाथ लगने के बाद हैकर यूजर का वॉट्सऐप अकाउंट ऐक्सेस कर सकते हैं। इसके बाद आपके पर्सनल मेसेजेस और मीडिया फाइल्स हैकर देख सकेगा वहीं, कई बार छह डिजिट का कोड गलत डालकर कोई अटैकर आपके अकाउंट को लॉक भी कर सकता है। ऐसे अटैक से बचने के लिए दो बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सबसे पहले तो आप किसी के साथ भी वॉट्सऐप का यह कोड शेयर न करें और ऐप पर मिलने वाले टू-फैक्टर पिन ऑप्शन को भी इनेबल कर दें, जिससे आपके कोई अकाउंट में लॉग-इन न कर सके।