रक्षाबधंन यानी भाई और बहन के प्रेम और रक्षा का प्रतीक। रक्षाबंधन पर सुख-संपन्नता के लिए बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई बहन को रक्षा का वचन देता है। इस बार राखी बांधने के समय को लेकर पेंच फंस गया है। देश से लेकर विदेश तक यही सवाल गूंज रहा है कि आखिर राखी कब है।
हिंदू धर्म के नियम के अनुसार रक्षाबंधन सावन की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस बार यह दो दिन में पड़ रहा है। इस दोनों दिन राखी बांधी जा सकती है। 30 अगस्त को रात 9 बजकर 2 मिनट के बाद और 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले आप राखी बांध सकते हैं। सावन की पूर्णिमा 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 59 मिनट से लग जाएगी। और 31 अगस्त सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगी।
हिंदू धर्म के नियम के अनुसार रक्षाबंधन भ्रदा के समय वर्जित है। इस काल में राखी नहीं बांधी जानी चाहिए। भद्रा 30 अगस्त की रात 9 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। इसके बाद राखी बांधी जा सकती है। ऐसे में 31 अगस्त सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगी।