भारत के वर्तमान चीफ जस्टिस, डीवाई चंद्रचूड़, जो 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो रहे हैं, ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना की सिफारिश की है। उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर जस्टिस खन्ना के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसके अनुसार यदि केंद्र सरकार इसे स्वीकार करती है, तो जस्टिस खन्ना भारत के 51वें चीफ जस्टिस बनेंगे।
जस्टिस खन्ना का कार्यकाल 13 मई 2025 तक लगभग सात महीने का होगा। उन्हें जनवरी 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के जज की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल है, और 10 नवंबर को डीवाई चंद्रचूड़ भी इसी उम्र में पहुंचेंगे।
जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को हुआ। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की पढ़ाई की और 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में वकील के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने तीस हजारी कोर्ट में की और बाद में दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की।
खन्ना 14 साल तक दिल्ली हाईकोर्ट में जज रहे। वे 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट के एडिशनल जज बने और 2006 में स्थायी जज के रूप में नियुक्त हुए। जस्टिस खन्ना ने 17 जून 2023 से 25 दिसंबर 2023 तक सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। इस समय वे राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल के गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं।
जस्टिस खन्ना उन चुनिंदा जजों में से हैं, जिन्हें किसी भी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बनने से पहले ही सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया। उनकी कानूनी दृष्टि और अनुभव ने उन्हें न्यायपालिका में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।