कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई दर्दनाक घटना के आरोपी संजय रॉय की पैरवी के लिए कबिता सरकार को नियुक्त किया गया है। यह मामला उस समय चर्चा में आया जब एक 31 वर्षीय पीजी ट्रेनी लेडी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। संजय रॉय, जो कि आरजी कर अस्पताल का ही कर्मचारी है, पर आरोप है कि उसने सेमिनार हॉल में इस अपराध को अंजाम दिया।
कबिता सरकार, एक 52 वर्षीय अनुभवी वकील, इस हाई-प्रोफाइल मामले में आरोपी का पक्ष रख रही हैं। उन्होंने हुगली मोहसिन कॉलेज से लॉ में स्नातक किया और अपने करियर की शुरुआत अलीपुर अदालत से की। हाल ही में, वे सियालदह कोर्ट में स्टेट लीगल सर्विसेस अथॉरिटी (SALSA) के वकील के रूप में नियुक्त हुईं और अब वहां की एकमात्र स्टैंडिंग लॉयर हैं।
कबिता सरकार ने इस मामले को स्वीकार करने का कारण बताते हुए कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था में हर आरोपी को निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार होता है, और यह उनका कर्तव्य है कि वे इसे सुनिश्चित करें। वे मृत्युदंड का विरोध करती हैं और अधिकतम सजा के रूप में आजीवन कारावास को प्राथमिकता देती हैं, ताकि आरोपी को अपने अपराध पर विचार करने का मौका मिले।
आरजी कर मामले के संदर्भ में, संजय रॉय को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है और सीबीआई द्वारा उसकी मनोविश्लेषणात्मक प्रोफाइल से उसे ‘पशु प्रवृत्ति वाला यौन विकृत’ बताया गया है। इस मामले में देश भर में आक्रोश फैल चुका है, और सीबीआई द्वारा जांच लगातार जारी है।