दिल्ली शराब नीति घोटले मामले में पूरी केजरीवाल कैबिनेट घिरी हुई है. 2021 में लागू किए गए इस पॉलिसी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई मंत्रियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. जब इसे लागू करने में गड़बड़ी की बात सामने आई तो इसे वापस ले लिया गया. ईडी और सीबीआई ने केस दर्ज किया जांच शुरू हई. नतीजा ये है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और बीआरएस की नेता के कविता जेल में हैं.
दिल्ली सरकार ने 2021 में नई शराब नीति को लागू किया और दावा किया इससे राजस्व में इजाफा हुआ है. 2022 में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने आबकारी नीति में अनियमितता होने के संबंध में एक रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी थी. इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि दिल्ली की नई शराब नीति में गड़बड़ी है और कई कारोबारियों के इसके तहत लाभ पहुंचाया गया.
रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 22 जुलाई 2022 को सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. सीबीआई और इसके बाद ईडी ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की. दोनों जांच एजेसियों ने आरोप लगाया कि शराब नीति बनाने और इसे लागू कराने में अनियमितता की गई. इसमें कई कारोबारियों के लाभ पहुंचाया गया. इसमें लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया था. इस नीति से सरकारी खजाने को 144.36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
जब मामला हाइप हुआ तो दिल्ली सरकार ने जांच की सिफारिश की और नई शराब नीति को वापस लेते हुए पुरानी नीति को लागू कर दिया. ईडी ने आरोप लगाया है कि लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया था. इसमें लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया था. आरोप लगा कि दिल्ली सरकार ने जानबूझकर बड़े शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाइसेंस शुल्क बढ़ाया, जिससे छोटे ठेकेदारों की दुकानें बंद हो गईं. ईडी का आरोप है कि ‘साउथ ग्रुप’ नामक एक शराब लॉबी ने आम आदमी पार्टी को रिश्वत में कम से कम 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. ये पैसे साउथ ग्रुप ने विजय नायर (आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज) को एडवांस में दिए. आरोप है कि विजय नायर आम आदमी पार्टी की तरफ से योजना और साजिश का प्रबंधन कर रहे थे.
सिसोदिया के पास दिल्ली का एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया. कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी को उन्हें गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल वे जेल में हैं. इसके बाद राज्यसभा सांसद संजय सिंह का नाम भी जोड़ा गया और 4 अक्टूबर, 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया. ईडी ने केजरीवाल को 9 समन भेजा था. वे एक भी समन पर पेश नहीं हुए थे.