नई दिल्ली। एक तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ के बीजेपी ज्वॉइन करने की अटकलें हैं। वहीं, अब हिंदी न्यूज चैनल आजतक ने सूत्रों के हवाले से जो खबर दी है, वो कांग्रेस की चिंता और बढ़ाने वाली है। न्यूज चैनल के मुताबिक आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी भी बीजेपी से संपर्क में हैं। सूत्रों के हवाले से आई इस खबर के मुताबिक मनीष तिवारी भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का साथ दे सकते हैं। ऐसा अगर हुआ, तो कांग्रेस के लिए ये एक और झटका होगा। मनीष तिवारी पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं।
मनीष तिवारी कांग्रेस नेताओं के उस जी-23 गुट में शामिल रहे हैं, जिसने कांग्रेस के कामकाज के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे। मनीष तिवारी ने साल 2022 में कांग्रेस आलाकमान के रवैये के खिलाफ बड़ा बयान दिया था। मनीष तिवारी ने कहा था कि कांग्रेस में वो किरायेदार नहीं, बल्कि हिस्सेदार हैं। उन्होंने कहा था कि पार्टी में जिंदगी के 40 साल दिए हैं। मनीष तिवारी ने ये भी कहा था कि वो विचारात्मक सियासत में यकीन रखते हैं। तब मनीष तिवारी ये भी बोले थे कि अगर कोई धक्के देकर निकालना चाहे, तो ये अलग बात है।
मनीष तिवारी कांग्रेस के नेता होने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के बड़े वकीलों में भी शुमार किए जाते हैं। एनएसयूआई के अध्यक्ष भी मनीष तिवारी रहे हैं। इसके अलावा वो युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी रहे। लुधियाना सीट से सांसद रहे मनीष तिवारी मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार के दौरान अक्टूबर 2012 से मई 2014 तक सूचना और प्रसारण मंत्री भी रहे। संसद के हाल के बजट सत्र में उन्होंने कई मुद्दों और चीन के मसले पर मोदी सरकार से सवाल भी पूछे थे। मनीष तिवारी को सौम्य और अपनी बात दृढ़ता से रखने वाले नेता के तौर पर पहचाना जाता है। लोकसभा चुनाव से पहले मनीष तिवारी अगर बीजेपी में आते हैं, तो इससे कांग्रेस को नया झटका लगने के पूरे आसार हैं।