न्यूजीलैंड के ओपनर विल यंग ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार सेंचुरी लगाकर इतिहास रच दिया है। कराची में खेले गए इस मैच में विल यंग ने 107 गेंदों में 100 रन बनाए और चैंपियंस ट्रॉफी में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। यह उनका वनडे करियर का चौथा शतक है और एशियाई सरजमीं पर उनका पहला। लेकिन यह शतक सिर्फ क्रिकेट के लिहाज से ही नहीं, बल्कि विल यंग की जिंदगी के लिए भी बेहद खास है।
2019 का वो दर्दनाक आतंकी हमला
विल यंग के लिए यह शतक सिर्फ एक मैच जीतने से ज्यादा है। साल 2019 में हुए एक आतंकी हमले ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया था। विल यंग को क्राइस्टचर्च में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करना था, लेकिन मैच से पहले ही एक मस्जिद में आतंकी हमला हो गया। इस हमले में कई मासूम लोगों की जान चली गई और मैच रद्द कर दिया गया। विल यंग का टेस्ट डेब्यू करने का सपना भी उस वक्त अधूरा रह गया।
हालांकि, विल यंग ने हार नहीं मानी। उन्होंने 2020 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और अब चैंपियंस ट्रॉफी में शतक लगाकर साबित कर दिया कि वह किसी भी मुश्किल से लड़ सकते हैं।
कैसे जड़ा विल यंग ने शतक?
पाकिस्तान के खिलाफ मैच में न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। ओपनर डेवोन कॉन्वे महज 10 रन बनाकर आउट हो गए। कप्तान केन विलियमसन भी सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। डैरेल मिचेल ने भी 10 रन बनाए और न्यूजीलैंड ने शुरुआती ओवर्स में ही 3 विकेट गंवा दिए।
लेकिन विल यंग ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स पर दबाव बनाया और सिर्फ 56 गेंदों में हाफसेंचुरी पूरी कर ली। विल यंग ने टॉम लैथम के साथ शतकीय साझेदारी की और मिडिल ओवर्स में भी आक्रामक स्ट्रोक खेले। उन्होंने 11 चौके और 1 छक्के की मदद से 107 गेंदों में 100 रन बनाए और न्यूजीलैंड को मजबूत स्थिति में ले आए।
21 साल बाद लगा ऐसा शतक
विल यंग चैंपियंस ट्रॉफी में शतक लगाने वाले न्यूजीलैंड के सिर्फ दूसरे ओपनर हैं। 21 साल बाद किसी कीवी ओपनर ने चैंपियंस ट्रॉफी में शतक लगाया है। साल 2004 में नाथन एस्टल ने ये कमाल किया था। न्यूजीलैंड के चार खिलाड़ियों ने चैंपियंस ट्रॉफी में सेंचुरी लगाई है, जिनमें विल यंग के अलावा नाथन एस्टल, क्रिस केर्न्स और केन विलियमसन शामिल हैं।