Thursday, May 8, 2025

जानिए कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह जिन्होंने पाकिस्तान की पोल खोल दी

पाकिस्तान की सरजमीं पर पल रहे आतंक के खिलाफ भारत ने बीती रात जबरदस्त प्रहार किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम के इस निर्णायक मिशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर डाला। इस ऑपरेशन के बाद जब सेना ने देश के सामने अपनी रणनीति और सफलता को साझा किया, तो उस मंच पर नजर आईं दो साहसी महिलाएं—कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज़्यादा ध्यान खींचा वायुसेना की तेजतर्रार अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने, जिन्होंने पूरे आत्मविश्वास के साथ पाकिस्तान की आतंक की फैक्ट्रियों को बेनकाब किया।

कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?

व्योमिका सिंह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि साहस, समर्पण और देशभक्ति की मिसाल हैं। बचपन से ही उनकी आंखों में आसमान को छूने का सपना था और आज वह भारतीय वायुसेना की एक कुशल हेलीकॉप्टर पायलट हैं। व्योमिका अब तक 2500 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव हासिल कर चुकी हैं। उन्होंने देश के सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों जैसे जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में ‘चीता’ और ‘चेतक’ जैसे हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं। उनके सबसे चर्चित मिशनों में शामिल है नवंबर 2020 का अरुणाचल प्रदेश रेस्क्यू ऑपरेशन, जहाँ उन्होंने दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र में फंसे नागरिकों की जान बचाई थी।

ऑपरेशन सिंदूर में व्योमिका की भूमिका

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्योमिका ने जो बातें कही, उन्होंने सबका दिल जीत लिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने का यही समय था। हमने नौ आतंकी शिविरों को सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त किया। इन ठिकानों का चुनाव इस तरह से किया गया ताकि किसी आम नागरिक को नुकसान न पहुंचे।” उनके इस बयान ने साबित कर दिया कि भारतीय वायुसेना ना सिर्फ ताकतवर है, बल्कि जिम्मेदार भी है।

जब उड़ान बनती है प्रेरणा

व्योमिका सिंह जैसी महिलाएं उस भारत की पहचान हैं, जो अब हर मोर्चे पर न सिर्फ खड़ा है, बल्कि ललकार रहा है। वह उन बेटियों में शामिल हैं जो दुश्मन की नींद उड़ाने के लिए सिर्फ मिसाइल नहीं, बल्कि हौसले से लैस होती हैं। विंग कमांडर व्योमिका सिंह की कहानी सिर्फ एक अधिकारी की नहीं, बल्कि उस नए भारत की है जो आतंकवाद को उसकी जमीन पर जाकर खत्म करता है। उनकी बहादुरी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है और पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी कि भारत अब किसी साजिश को चुपचाप सहने वाला नहीं।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Articles