पिछले कई दिनों से पश्चिमी मुल्क हिंदुस्तान पर दवाब बना रहे थे कि वो स्पष्ट करे कि यूक्रेन-रूस संघर्ष में वो किसके साथ खड़ा है। पश्चिमी मुल्क चाहते हैं कि हिंदुस्तान रूस के पक्ष में बोले, लेकिन भारत के नपे-तुले शब्दों में दिए बयान से पश्चिम को हमेशा निराशा हाथ लगी है। हालांकि अब हिंदुस्तान ने स्पष्ट कर दिया है कि वो इस संघर्ष में किसके पक्ष में है। संयुक्त राष्ट्र महासभा(UN) के 77वें सत्र को संबोधित करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मसले के साथ-साथ आतंकवाद के मुद्दे पर चीन-पाक निशाना साधा है ।
कई महीनों से चल रहे यूक्रेन युद्ध के बीच हिंदुस्तान ने UN में कहा कि वह शांति के साथ खड़ा है और उस पक्ष में है, जो बातचीत और कूटनीति को एकमात्र रास्ता बताता है। एस जयशंकर ने UNSC के हाई लेवल सेशन में कहा- “यूक्रेन युद्ध जारी है, हमसे हमेशा पूछा जाता है कि हम किसके साथ में हैं और हर बार हमारा सीधा और ईमानदार उत्तर होता है कि इस जंग में हिंदुस्तान शांति के पक्ष में है और मजबूती से रहेगा। हम उस पक्ष में हैं जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर और उसके संस्थापक सिद्धांतों का आदर करता है। हम उसके पक्षधर हैं जो बातचीत और कूटनीति को एकमात्र रास्ता बताता है।’
जयशंकर ने किया प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र
विदेश मंत्री ने पीएम मोदी के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने रूसी राष्ट्रपति से कहा था कि ‘यह जंग का युग नहीं हो सकता’। जयशंकर ने कहा- “मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि संघर्ष की स्थितियों में भी, मानवाधिकारों या अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। जहां कोई भी ऐसा कृत्य होता है, यह जरूरी है कि उनकी जांच एक उद्देश्य और स्वतंत्र तरीके से की जाए।”