सांसद बृज भूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह के WFI अध्यक्ष चुने जाने के बाद से ही माहौल एक बार फिर गरमा गया है। साक्षी मलिक के सन्यास के बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने शुक्रवार को अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस करने का न सिर्फ ऐलान किया, बल्कि उसे लौटाने के लिए प्रधानमंत्री आवास की तरफ जाने की कोशिश करने लगे। हालांकि इस दौरान कर्तव्य पथ पर पहुंचने पर उन्हें दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। विरोध के तौर पर उन्होंने अपने पद्मश्री पुरस्कार को फुटपाथ पर रख दिया। वहीं, उनके इस तरह से सम्मान लौटाने पर खेल मंत्रालय का भी बयान आया है।
मंत्रालय की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष संजय सिंह के चुनाव के विरोध में बजरंग पूनिया का पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला उनका व्यक्तिगत है। लेकिन फिर भी उन्हें इस कदम पर दोबारा विचार करने के लिए समझाने का प्रयास किया जाएगा।
मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूँ. कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है. यही मेरी स्टेटमेंट है। 🙏🏽 pic.twitter.com/PYfA9KhUg9
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) December 22, 2023
बता दें कि बजरंग पुनिया ने यह घोषणा अपने पीएम मोदी को एक खत लिखकर की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘माननीय प्रधानमंत्री जी,उम्मीद है कि आप स्वस्थ होंगे। आप देश की सेवा में व्यस्त होंगे। आपकी इस भारी व्यस्तता के बीच आपका ध्यान हमारी कुश्ती पर दिलवाना चाहता हूं। आपको पता होगा कि इसी साल जनवरी महीने में देश की महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ पर काबिज बृजभूषण सिंह पर सेक्सुएल हरासमेंट के गंभीर आरोप लगाए थे, जब उन महिला पहलवानों ने अपना आंदोलन शुरू किया तो मैं भी उसमें शामिल हो गया था।