नई दिल्ली। ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस के बाद अब इन सबसे ज्यादा खतरनाक कहे जाने वाले येलो फंगस ने दस्तक दी है। जिसका पहला मरीज हर्ष ईएन टी अस्पताल में मिला है। इस मरीज के अंदर तीनों लक्षण पाए गए हैं।
बता दें कि डॉक्टर बृजपाल त्यागी ने बताया मेरे अस्पताल में मरीज के अंदर पीले फंगस का लक्षण मिला है। मैंने अपनी केस स्टडी में ऐसे लक्षण का मरीज नहीं देखा है। इसके अंदर सांस लेना कमजोरी नज़र आ रही थी। जिसे कि मैंने दूरबीन के माध्यम से देखा है। उन्होंने बताया कि यह जो पीला फंगस है इसका ज्यादा इलाज पढ़ाई में नहीं है लेकिन ब्लैक फंगस में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन एंफोटरइसिन बी इसमें कारगार है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह पिला फंगस ज्यादा खतरनाक है यह घाव को भरने नहीं देता है। इसमें डोज देनी होती है। हालांकि यह कोई सरकारी आंकड़ों में शामिल नहीं है सरकारी अधिकारियों मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इसकी कोई पुष्टि नहीं की है मगर जिस अस्पताल के अंदर इसका इलाज चल रहा है वहां के प्रबंधक डॉक्टर बी पी त्यागी के द्वारा पीले फंगस की पुष्टि की गई है।