मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के रामभक्त हनुमान को दलित बताने को लेकर विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. दरअसल, इस मामले में वकील त्रिलोक चंद्र दिवाकर ने सीएम योगी के इस बयान को हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया और सीजेएम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है.
इस दिन होगी सुनवाई
दिए गए शिकायत पत्र में वकील ने खुद को इंटरनेशनल हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड की परामर्शदाजी समिति का अध्यक्ष बताया है. वहीं त्रिलोक चंद्र के शिकायत पत्र को स्वीकार करते हुए मुक्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जायसवाल की कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 10 दिसंबर की तारीख तय की है. इस दिन कोर्ट दोनों पक्षों को सुनेगी और इसके बाद वो अपना निर्णय देगी.
भोगी आदित्यनाथ ने अपने बयान से ये साबित कर दिया है, के उन्हें धर्म का कुछ ज्ञान नहीं है, संकट मोचन हनुमान जी को जात पाँत की राजनीति में बाँटना सनातन धर्म का घोर अपमान है,भाजपा को माफ़ी माँग कर प्रायश्चित करना चाहिये.
पर अफ़सोस ना इन्हें धर्म कि ज्ञान ना पश्चात्ताप की समझ!— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) November 28, 2018