अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो चुका है. भगवान रामलला अपने दिव्य स्वरूप में मंदिर में विराज चुके हैं. इस बीच हर जगह सिर्फ राम ही राम नजर आ रहे हैं. तो इसी दौरान रामचरितमानस की मांग भी काफी बढ़ गई है. देश के सबसे बड़े प्रकाशक गीता प्रेस के अनुसार, इन दिनों रामचरितमानस की प्रतियों की भारी डिमांड है. इसे देखते हुए गीता प्रेस प्रकाशन समूह ने एक बड़ा फैसला लिया है.
रामचरितमानस की प्रतियों की भारी डिमांड को देखते हुए गीता प्रेस प्रकाशन समूह ने मानस की प्रतियां फ्री में देने की घोषणा की है. दरअसल गीता प्रेस जल्द ही रामचरितमानस को ऑनलाइन साइट पर अपलोड करने की योजना बना रही है. जिसके बाद कोई भी इसे आसानी से डाउनलोड करके पढ़ सकेगा. गीता प्रेस प्रकाशन समूह के मैनेजर लाल मणि त्रिपाठी ने बताया कि फिलहाल यह सुविधा उपलब्ध नहीं है लेकिन मांग को देखते हुए जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा.
गीता प्रेस से मिली जानकारी के अनुसार, ऑनलाइन डाउनलोड की ये सुविधा 15 दिन के लिए जारी की जाएगी. इस दौरान 50 हजार लोग एक साथ रामचरितमानस की कॉपी डाउनलोड कर सकेंगे. गीता प्रेस के मैनेजर लाल मणि त्रिपाठी ने कहा कि अगर डिमांड इससे ज्यादा बढ़ती है तो हम इसकी क्षमता 1 लाख तक बढ़ाएंगे. इसके साथ ही फ्री सुविधा की यह अवधि आगे भी बढ़ाई जा सकती है. इतना ही नहीं, गीता प्रेस रामचरितमानस को 10 भाषाओं में डिजिटल तौर पर उपलब्ध कराने के विचार में भी है.