विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में अब टीडीपी, बीजेपी और जनसेना पार्टी की सरकार है। इस गठबंधन सरकार के सत्ता संभालने के बाद पूर्व सीएम जगनमोहन रेड्डी के लिए मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी का विजयवाड़ा स्थित बन रहे दफ्तर को ध्वस्त किया गया है।
#WATCH | CORRECTION | Amaravati, Andhra Pradesh: YSRCP's under-construction* central office in Tadepalli was demolished today early morning. As per YSRCP, "TDP is doing vendetta politics.
The demolition proceeded even though the YSRCP had approached the High Court the previous… pic.twitter.com/mwQN1bEXOr
— ANI (@ANI) June 22, 2024
जानकारी के मुताबिक जगनमोहन रेड्डी की पार्टी का विजयवाड़ा के ताडेपल्ली में दफ्तर बन रहा था। इसे शनिवार सुबह बुलडोजर से गिरा दिया गया। जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी का आरोप है कि चंद्रबाबू नायडू की सरकार प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। जगनमोहन रेड्डी की पार्टी ने कहा कि उसने इस तरह की किसी भी कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट में अर्जी दी है और कोर्ट ने किसी भी तोड़फोड़ की गतिविधि पर रोक भी लगाई, लेकिन इसके बाद भी वाईएसआरसीपी के दफ्तर को बुलडोजर से गिरा दिया गया।
नगर निगम ने 6 महीने पहले ही इस अवैध निर्माण को हटाने के लिए कहा था। कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने फुटपाथ पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत की थी। जिससे उनको आवागमन में दिक्कत हो रही थी। आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू वाली टीडीपी और जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी के बीच जबरदस्त तनातनी रही है। जगनमोहन रेड्डी लगातार 2 बार आंध्र प्रदेश के सीएम रहे। इस बार वहां विधानसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी ने अकेले दम पर ही बहुमत हासिल कर लिया। चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने सबसे ज्यादा 16 लोकसभा सीटें भी जीतीं। जबकि, जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी के काफी कम सांसद चुने गए।