गुजरात : एक ही दिन में कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे हैं, मानावदर जिले के कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा के इस्तीफे के महज 6 घंटों के भीतर ही दूसरे विधायक पुरुषोत्तम सांवरिया ने बतौर विधायक अपना इस्तीफा दे दिया है. पुरुषोत्तम सांवरिया ने कहा कि जब आदेश मिलेगा तब बीजेपी में शामिल होंगे.
दो बड़े नेताओं के एक ही दिन इस्तीफा देने के बाद से गुजरात में राजनीतिक भूचाल आ गया है. जवाहर चावड़ा शुक्रवार को इस्तीफा देने के बाद ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी ने पुरुषोत्तम सांवरिया के इस्तीफ़े पर कहा कि बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत होने के बावजूद हमारे विधायकों को तोड़ा जा रहा है. इससे जाहिर होता है कि भारतीय जनता पार्टी देश के लोकतंत्र को तोड़ना चाहती है.
पुरुषोत्तम सांवरिया के इस्तीफे को लेकर ये भी माना जा रहा है कि उन पर 35 करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप था. इसकी वजह से वो तीन महीने जेल में भी बंद रहे. इसके बाद विधानसभा के लिए कोर्ट से उन्हें पेरोल मिला और फिलहाल वह जेल से बाहर हैं. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने दबाव बनाकर उनके नेताओं को इस्तीफा दिलवाया और उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने का दबाव बनाया.
जवाहर चावड़ा और पुरुषोत्तम सांवरिया दोनों की ही अपने इलाके में अच्छी पकड़ रही है. वहीं, कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में मंत्री बने कुंवरजी बावलिया का कहना है कि अभी 4 से 5 विधायक हमारे संपर्क में हैं, जो आने वाले दिनों में कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
बीजेपी में शामिल हुए जवाहर चावड़ा
कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा इस्तीफा देने के तुरंत बाद बीजेपी दफ्तर पहुंचे और पार्टी में शामिल हो गए. इस दौरान गुजरात बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी केसी पटेल, गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा और कैबिनेट मंत्री जयेश रादडिया मौजूद रहे. जवाहर चावड़ा ने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा, हालांकि मुझे कांग्रेस से कोइ दिक्कत नहीं है लेकिन मैं लोगों के विकास के लिए कार्य करना चाहता हूं. ऐसे में अगर सत्ता पक्ष के साथ होते हैं तो जनता के लिए अच्छा काम किया जा सकता है.
बता दें कि 1990 में पहली बार चावड़ा ने विधानसभा चुनाव लड़ा था. कहा जाता है कि जब गुजरात में नरेंद्र मोदी की विकास हवा चली थी तब भी जवाहर चावड़ा अपने बल पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. ऐसे में जवाहर चावड़ा के बीजेपी में शामिल होने का असर सौराष्ट्र की पांच लोकसभा सीटों पर सीधे तौर पर देखने को मिलेगा. वहीं, जवाहर चावड़ा ने कहा कि आने वाले दिनों में उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी वो उसे अच्छी तरह निभाएंगे.
इससे पहले कुंवरजी बावलिया और आशा पटेल भी इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. जबकि एक ओर विधायक भगवान भाई बारड को कोर्ट से सजा होने पर गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष ने सस्पेंड कर दिया था. माना जा रहा है कि बीजेपी जहां-जहां से विधानसभा चुनाव में पिछड़ी है, वहां के विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कर लोकसभा चुनाव में 26 में से 26 सीट जीतना चाहती है.