नई दिल्ली, एएनआई। कोरोना संक्रमण से जुड़ी शनिवार को बड़ी खबर आयी है। 20 नौसेना कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाये ग सेनाये हैं। सभी को मुंबई के कोलाबा स्थित नौसेना अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया है। आइसोलेशन वार्ड में उनका इलाज किया जा रहा रहा है। नौ सेना अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। नौसेना में कोरोना संक्रमण की खबर ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
नौसेना में कोविड-19 के संक्रमण का ये पहला मामला सामने आया है। नौसेना ने अपने बयान में कहा कि संक्रमित कर्मियों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी। साथ ही अधिकारियों ने जानकारी दी कि ‘मुंबई में नौसेना परिसर के अंदर 21 सेवारत कर्मियों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें मुंबई के तट पर खड़े आईएनएस आंग्रे के 20 नाविक शामिल हैं। आपको बता दे कि ये सात अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव मिले नाविक से संक्रमित हुए हैं।’
21 serving personnel tested positive for #COVID19 within naval premises at Mumbai. This number includes 20 sailors of INS Angre, a shore establishment at Mumbai. Most of these are asymptomatic & have been traced to a single sailor who was tested positive on 7th April: Indian Navy pic.twitter.com/msYJ0zp5Rv
— ANI (@ANI) April 18, 2020
वहीं भारतीय सेना में अब तक आठ पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। आर्मी चीफ एमएम नरवणे ने शुक्रवार को जानकारी देते हुये कहा, कि ‘पूरी भारतीय सेना में से केवल आठ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। आठ में से दो डॉक्टर और एक नर्सिंग असिस्टेंट हैं। चार लोगों पर इलाज का प्रभाव दिखाई दे रहा है।’
सेना के जो जवान किसी कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में नहीं आए हैं, उन्हें वापस उनकी यूनिट में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे जो जवान किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं उन्हें वापस यूनिट भेजा जाएगा। हमने पहले से ही बंगलूरू से जम्मू और बंगलूरू से गुवाहाटी के लिए दो विशेष ट्रेनों को तैयार किया हुआ है।’
नौसेना कर्मियों के लिए 15 मिनट के वीडियो संदेश में नौसेना अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अच्छी परिस्थितियों की उम्मीद करते हुए बदतर के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है, यह एक लंबी लड़ाई है।’ सशस्त्र बलों ने अपनी रैंकों के अंदर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों का सहारा ले रहे हैं।