जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के वाहन पर आतंकी हमला, 5 जवान शहीद, PAFF ने ली जिम्मेदारी

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के वाहन पर आतंकी हमला, 5 जवान शहीद, PAFF ने ली जिम्मेदारी

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया.  इस आतंकी हमले में पांच सैनिक मारे गए और दो घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना के बाबत अधिकारियों की ओर साझा की गई जानकारियों के मुताबिक इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के फ्रंट पीएएफएफ ने ली है. सुरक्षाबल के जवान आतंकवादियों की तलाशी अभियान में जुटे हुए है.

दरअसल सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर हमला किया गया. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सुरनकोट थाना के अंतर्गत आने वाले ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर इस हमले के अंजाम दिया गया. राजौरी और पुंछ जिलों की सीमा पर स्थित डेरा की गली और बुफलियाज के बीच में जो इलाका पड़ता है वो घने जंगलों वाला इलाका है और यह चमरेर जंगल और फिर भाटा धुरियन जंगल की ओर जाता है. इस इलाके में इस साल 20 अप्रैल को सेना के एक वाहन पर घात लगाकर किए गए हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए थे.

आतंकवादियों ने ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर कल दोपहर करीब 3:45 इस घटना को अंजाम दिया. धत्यार मोड़ पर जब सेना के वाहन ऊबड़खाबड़ सड़क पर धीमे हुए तो आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. आतंकवादियों ने ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर एक पहाड़ी पर खुद को तैनात कर लिया, जहां से उन्होंने सेना के दो वाहनों पर गोलियां चलाई पुंछ जिले में धात्यार मोड़ स्थान को आतंकवादियों ने हमले के लिए इसलिए चुना था क्योंकि अंधे मोड़ और ऊबड़-खाबड़ सड़क के कारण इस जगह पर सेना के वाहन धीमे हो जाते है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकवादियों ने हमले वाली जगह पर रेकी की होगी, जहां सेना के दो वाहनों एक ट्रक और एक मारुति जिप्सी होकर गुजरेगी. माना जा रहा है कि इनमें तीन या चार आतंकवादी इस हमले में शामिल थे. जब सेना के वाहन अंधे मोड़ पर धीमे हुए तो आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. सूत्रों ने आगे बताया कि सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की लेकिन आतंकवादी उस जगह से भागने में सफल रहे. फिलहाल घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने सैनिकों और आतंकवादियों के बीच आमने-सामने की लड़ाई होने की संभावना से इनकार नहीं किया. ऐसी संभावना है कि जिन सैनिकों पर हमला किया गया, आतंकवादी उनके हथियार लेकर चले गए हैं.

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