प्रयागराज: अखाड़ा परिषद ने अयोध्या कूच किया रद्द, अब कुंभ में होगी बड़ी बैठक
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का राम मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या कूच का कार्यक्रम फिलहाल रद्द हो गया है. अयोध्या जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रम की अनुमति ना मिलने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से बुलाई गई आपात बैठक में साधु-संतों द्वारा ये फैसला लिया गया. साथ ही बैठक में ये भी तय किया गया कि कुंभ मेले के दौरान ही 15 जनवरी के बाद राम मंदिर मुद्दे पर मेला क्षेत्र में ही साधु-संतों की बड़ी बैठक होगी.
वहीं इससे पहले रविवार को साधु-संतों ने भी ऐलान किया था कि वो 4 और 5 दिसंबर को अयोध्या कूच करेंगे, लेकिन वहीं अब अयोध्या प्रशासन ने उन्हें मार्च करने की इजाजत नहीं दी है. अयोध्या प्रशासन ने 6 दिसंबर के बाद कार्यक्रम करने की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया था.
बुलाई आपात बैठक
अयोध्या प्रशासन से अयोध्या मार्च की इजाजत नहीं मिलने के बाद अब आखाड़ परिषद ने आपात बैठक बुलाई है. बैठक में सबी 13 अखाड़ों के 2-2 प्रतिनिधि शामिल होंगे. प्रयागराज के जूना अखाडे के शिव मंदिर में हो रही इस बैठक में आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा.
साधु-संतों ने किया था ऐलान
अखाडों के साधु-संतों ने अयोध्या मार्च का कार्यक्रम 4 और 5 दिसंबर को करने की तैयारी की थी. मिली जानकारी के मुताबिक, संतों के अखाड़ा कूच कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागा साधुओं को भी शामिल होना था. लेकिन अब इस मार्च की इजाजत नहीं मिली है. वहीं इससे पहले अखाड़ों ने ये साफ कर दिया है कि उनका मार्च कार्यक्रम अयोध्या प्रशासन की मंजूरी मिलने पर ही होगा. अगर प्रशासन मंजूरी नहीं देगा तो अखाड़े के पदाधिकारी व उनके कुछ प्रमुख संत अयोध्या में रहकर बैठक करेंगे और मंदिर निर्माण के लिए सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम करेंगे.
कोर्ट पर नहीं भरोसा
साधु-संतों की हुई बैठक में ये साफ तौर पर कहा गया कि साध-संतों को अब सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं रह गया है. उनका मानना है कि देश के सबसे बड़ी अदालत जानबूझकर सुनवाई को लटका रही है. संतों का अयोध्या कूच का कार्यक्रम राम मंदिर निर्माण के लिए है. रामलला स्थल के बाहर साधु-संत इकट्ठे होंगे और सरकार पर मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने या अध्यादेश लाए जाने का दबाव बनाएंगे.