कौन है क्रिश्चियन मिशेल जेम्स जिसने अगस्ता वेस्टलैंड में खाई ‘दलाली’
अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे में घूस देने के मामले में क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को यूएई से प्रत्यार्पण कर भारत लाया गया है. बुधवार को उसे पांच दिनों की सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया है. माना जा रहा है कि मिशेल के आने के बाद इस डील में संबंधित और भी बहुत से खुलासे होने वाले है. अब सवाल उठता है कि क्रिश्चियन मिशेल जेम्स है कौन और उसका इस घोटाल से क्या संबंध है.
अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर में है बिचौलिया
क्रिश्चियन मिशेल जेम्स अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. माना जाता रहा है कि मिशेल ने ही भारतीय राजनायकों को घूस दी थी. मिशेल एक ब्रिटिश कंसलटेंट है. ऐसा माना जाता है कि एंग्लो-इटैलियन कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड ने भारत सरकार से इस डील को हासिल करने के लिए नियुक्त किया था.
मिशेल ने भारतीय वायु सेना के शीर्ष अधिकारीयों और राजनायोंको को करीब 350 करोड़ रुपये की घूस देकर यह डील अगस्ता को दिलवाई थी. इस करार के तहत भारतीय वायुसेना को 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर्स मिलने थे।
मिशेल के साथ इस डील में दो बिचौलियों और है. जिनके नाम गुइडो हैशके और कार्लो गेररोसा है. ऐसा कहा जा रहा है कि 1997 से 2013 के बीच मिशेल करीब 300 बार भारत आया था.
पहले भी कर चुका है कमीशन एजेंट का काम
मिशेल के बारे में कहा जाता है कि उसने कई भारत में कई डिफेंस डील में विदेशी कंपनीयों की मदद की थी. अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले से पहले किसी भी डील में उसका नाम नहीं आया था. माना जाता है कि मिशेल फ्रांस के मिराज जेट की खरीदारी में भी कमीशन एजेंट था. दैसॉ ने उसे भारत से डील करवाने के लिए नियुक्त किया था और इसके लिए उसे करीब 4.86 करोड़ डॉलर का भुगतान किया गया था. इसके पीछे तर्क यह दिया जाता है कि मिशेल ने फ्रांस की एक अदालत में रकम का दावा करने के लिए मामला दर्ज करवाया था.
हालांकि दैसॉ ने अदालत में कहा था कि यह डील वास्तविक डील साइन होने से पहले ही समाप्त हो गई थी. दैसॉ ने कहा था कि मिशेल से उसका कॉन्ट्रैक्ट1998 में खत्म हो गया था. और भारत और दैसॉ के बीच साल 2000 में मिराज को लेकर डील हुई थी. भारत ने34.6 करोड़ डॉलर में 10 मिराज 2000 फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदे थे. मिशेल 2002 में यह केस हार गया था.
अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील में क्रिश्चियन मिशेल जेम्स का पर आरोप है कि उसने अपने ड्राइवर की मदद से बहुत से पैसा बटवाया. माना जा ता है कि इन लोगों में पूर्व भारतीय वायु सेना अध्यक्ष के रिश्तेदार समेत कई लोग शामिल थे. जब यह घोटाला खुलकर सामने आया था तो 2015 में इंटरपोल ने मिशेल के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया था. इसके बाद से मिशेल दुबई में पहने लगा था. भारतीय जांचकर्ताओं ने मिशेल से मिलने के लिए कई बार दुबई की यात्रा थी.