केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने पांचों राज्यों की हार पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस हार की जिम्मेदारी शीर्ष नेतृत्व को लेनी चाहिए. पुणे जिला शहरी सहकारी बैंक असोसिएशन लिमिटेड द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए गड़करी ने कहा कि सफतला के कई दावेंदार होते है लेकिन विफलता का कोई दावेदार नहीं होता.
Union Minister and BJP leader Nitin Gadkari in Pune yesterday: Leadership should own up to failures. Until it does so its loyalty and commitment towards the organisation are not proved. pic.twitter.com/LsZzTKDgGV
— ANI (@ANI) December 23, 2018
नितिन गड़करी ने कहा कि, विफलता में कोई साथ नहीं होता. सफलता का श्रेय लेने के लिये लोगों में होड़ रहती है लेकिन विफलता को कोई स्वीकार नहीं करना चाहता, सब दूसरे की तरफ उंगली दिखाने लगते हैं. राजनीति में जब भी हार होती है तो उसके बाद एक कमेटी बैठती है. लेकिन जब जीत मिलती है तो कोई पूछने वाला नहीं होता है. नितिन गड़करी ने कहा कि, जीत के सभी हकदार होते हैं, हार की जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं होता.
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गड़करी ने कहा कि जब कोई चुनाव हारता है तो कहता है कि पोस्टर नहीं मिला, पार्टी से पैसा नहीं मिला. बड़े नेता की सभा मांगी थी तो वो भी नहीं हुई. इन सभी कारणों से हार हुई. वहीं नितिन गड़करी ने कहा कि,’मैंने ऐसे नेताओं से कहा कि आप चुनाव हारे क्योंकि इसमें पक्ष और आप खुद लोगों का विश्वास पाने में पीछे रह गए और इसीलिए आपकी हार हुई. इसलिए अपने हार की जिम्मेदारी खुद लो दूसरो पर जिम्मेदारी मत डालो.’
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आपको बता दें, इससे पहले नितिन गड़करी को 2019 में बीजेपी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मांग गई थी. यह मांग वीएनएसएसएम करे अध्यक्ष और महाराष्ट्र के चर्चित किसान नेता और महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त किशोर तिवारी ने की थी. इसके जवाब में नितिन गड़करी ने कहा था कि वो पीएम पद की रेस में नहीं है.