सोमवार को पश्चिम बंगाल के परगना जिले में बसीरहाट शहर में भाजपा का ‘कानून अवज्ञा कार्यक्रम’ हिंसक हो उठा. इस हिंसा के दौरान बीजेपी के कई कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी घायल हो गए.
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के हिंसक होने के वजह से पुलिस ने तकरीबन 54 लोगों को गिरफ्तार करके हिरासत में ले लिया. पुलिस का कहना है की घायलों में बसीरहाट थाने के प्रभारी प्रेमाशीष चट्टोराज भी शामिल हैं. पुलिस के कहा की शुरू में उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की लेकिन कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज की.
बता दें की बसीरहाट में हुए संघर्ष में बीजेपी के कई कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी घायल हो गए है. कार्यक्रम में मौजूद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि पुलिस पर पत्थर ‘बाहरी’ लोगों ने बरसाए, जिनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से अपना ‘कानून अवज्ञा कार्यक्रम’ कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने बिना किसी बात के हम पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया. जिन लोगों ने पथराव किया वे बाहरी थे, उनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है.’ तृणमूल के वरिष्ठ नेता ज्योतिप्रिया मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा ने जानबूझकर हिंसा भड़काने करने की कोशिश की. उन्होंने हिंसा भड़काने के आरोप में घोष को गिरफ्तार करने की मांग की.
बता दें की तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा भाजपा की रथ यात्राओं को इजाजत नहीं देने के फैसले में विरोध में प्रदर्शन के तहत भाजपा राज्य के कई हिस्सों में ‘कानून अवज्ञा कार्यक्रम’ कर रही है. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में पार्टी की रथयात्रा को अनुमति नहीं देने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई की अनुमति से सोमवार को इनकार कर दिया. बताते चलें की इसी महीने में भाजपा तीन चरण में ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ का आयोजन कर रही है, जिसके तहत राज्य में 42 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. और इस रैलियों को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हरी झंडी दिखाएंगे.
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