यूपी के बाद आंध्र प्रदेश में भी कांग्रेस को लगा झटका, नायडू नहीं करेंगे गठबंधन!
कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है. यूपी के बाद तेलंगाना में भी कांग्रेस की गठबंधन करने की इच्छाओं को झटका लगा है. दरअसल, तेलुगू देशम पार्टी भी आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के साथ चुनाव नहीं लड़ना चाहती. सूत्र बताते हैं कि राज्य में कांग्रेस के खिलाफ माहौल को देखते हुए लोकसभा और विधानसभा चुनाव में सीटों पर समझौता नहीं करना चाहती. ऐसे में कांग्रेस को यूपी के बाद आंध्र में भी झटका लग सकता है.
गठबंधन नहीं करने के कारण
टीडीपी के कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे 2018 के आखिरी में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-टीडीपी का गठबंदन कुछ कास गुल नहीं खिला पाया. वहीं इसका असर भी उल्टा देखने को मिला. कांग्रेस के खिलाफ राज्य में आंध्र विभाजन को लेकर अभी भी नाराजगी है और गठबंधन की सूरत में इसका खामियाजा टीडीपी को उठाना पड़ सकता है. वहीं ये भी गारंटी नहीं है कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस और टीडीपी के वोट एक दूसरे को ट्रांसफर होंगे ही. साथ ही कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने से सत्ताविरोधी वोट कांग्रेस और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस में बंटेगा, जिसका सीधा फायदा टीडीपी को मिल सकता है.
आंध्र में कांग्रेस का सूपड़ा साफ
आंध्र के विभाजन के बाद राज्य में जो नाराजगी जगी. उसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा था. वहीं कांग्रेस का सूपड़ा एक साथ हुए लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में साफ हो गया. आलाम ये है कि कभी कांग्रेस का गढ़ रहे आंध्र प्रदेश की विधानसभा में आज की तारीख में न तो कांग्रेस का कोई विधायक है और न ही प्रदेश से कांग्रेस का कोई सांसद है.