ममता बनर्जी की मेगा रैली के जरिये विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होने की हुंकार भर दी. लेकिन इस प्रश्न का जवाब नहीं मिला की अगर मोदी नहीं तो कौन? यानी अगर विपक्षी एकता मोदी सरकार को हटाने में कामयाब हो भी गई तो देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? दरअसल अपने भाषण में सभी पार्टियों के नेताओं ने कहा कि इसका फैसला चुनाव होने के बाद किया जाएगा, अभी तो हमारा मकसद सिर्फ बीजेपी को सत्ता से हटाना है.
#WestBengal: Opposition leaders at TMC led 'United India' rally in Kolkata pic.twitter.com/VqHPZi5CAf
— ANI (@ANI) January 19, 2019
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विपक्षी एकता पर सवाल उठाते हुए बीजेपी हमेशा से ही ये सवाल उठाती आई है, लेकिन शनिवार को मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता के सबसे बड़े मेले में लगे विपक्ष के जमघट में सबने ये तो कहा कि अब मोदी सरकार जाने वाली है, लेकिन ये नहीं बताया कि मोदी जाएंगे तो प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विपक्षी किसे बिठाएंगे. रैली के दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे पास बहुत नेता हैं. हम चुनाव बाद तय करेंगे कि किसे प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाएंगे, लेकिन यह हम जरूर बता दें कि मोदी सरकार से अच्छी सरकार हम चलाएंगे.
मायावती और राहुल का रैली से किनारा
मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की इस महारैली के मंच पर दिग्गजों नेताओं के बीच पीएम पद के कई उम्मीदवार मौजूद थे. लेकिन उत्तरप्रदेश में खुद को देश की अगली प्रधानमंत्री बताने वाले पोस्टर लगवा चुकीं मायावती ने अपनी दावेदारी जताने के लिए विपक्षी एकता के सबसे बड़े मंच को नहीं चुना और इसी कड़ी में कांग्रेस की तरफ से पीएम पद के उम्मीदवार राहुल गांधी ने भी किनारा कर लिया.
पहले तय करें उम्मीदवार , फिर लड़ाई लड़ें- बीजेपी
19 marks a new beginning!!
It’s the beginning to an end of arrogance, intolerance, inequity and injustice. #UnitedIndiaAtBrigade pic.twitter.com/RTk34nfIlL
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 19, 2019
उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का कहना है कि पूरा विपक्ष मोदी को हटाना चाहता है, लेकिन सवाल यह है कि इन 20-25 नेताओं में से प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन है. पहले यह आपस में लड़कर फैसला कर लें कि उम्मीदवार कौन होगा. इसके बाद मोदी और बीजेपी से लड़ाई लड़े.