गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया स्पष्ट, कोई भी भगोड़ा प्रत्यर्पण से नहीं बच सकता
सोमवार सुबह खबरें आई थी कि पीएनबी बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने भारतीय नागरिकता को छोड़ दिया है और अब वो एंटिगुआ का नागरिक बन चुका है. मेहुल ने अपना पासपोर्ट एंटिगुआ स्थित हाईकमीशन को जमा करवा दिया है.
इससे कहा जा रहा था कि मेहुल चोकसी का भारत में प्रत्यर्पण करने में मुश्किल आ सकती है. इसी बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया और स्पष्ट किया कि भगोड़े मेहुल चोकसी का प्रत्यपर्ण होगा
कोई भी भगौड़ नहीं बचेगा- राजनाथ सिंह
गृहमंत्री ने कहा कि भारतीय नागरिकता छोड़कर दूसरे देश की नागरिकता अपनाने से मेहुल को कोई फायदा नहीं होने वाला है, इससे उसका प्रत्यपर्पण नहीं रुक सकता. उन्होंने कहा कि सिर्फ मेहुल चोकसी ही नहीं बल्कि कोई भी आर्थिक अपराधी भारतीय सरकार के शिकंजे से नहीं बच सकता. जो भी दूसरे देशों की शरण लेकर बैठे हुए हैं सबका प्रत्यपर्ण होगा. भारत सरकार इसकी पूरी तैयारियां कर रही हैं.
जमा करवाया भारतीय पासपोर्ट
गौरतलब है कि मेहुल चोकसी ने अपना पासपोर्ट एंटिगुआ हाई कमीशन में जमा करवाया था और भारतीय नागरिकता छोड़ने के लिए उसने 177 डॉलर की फीस भी जमा कराई है. इस बारे में विदेश मंत्रालय ने गृह मंत्रालय को अवगत करा दिया था. मेहुल चोकसी का अब आधिकारिक पता हार्बर, एंटीगुआ हो गया है. मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण को लेकर कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन उससे पहले ही मेहुल ने अपना पासपोर्ट सरेंडर कर दिया और खुद को एंटिगुआ का नागरिक घोषित कर दिया.
मेहुल चौकसी भारतीय नागरिकता छोड़कर प्रत्यपर्ण की कार्रवाई से बचना चाहता है. चौकसी की इस बाबत एंटीगुआ की कोर्ट में 22 फरवरी को सुनवाई है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने विदेश मंत्रालय और जांच एजेंसियों से मामले की प्रगति रिपोर्ट मांगी है. जानकारी के लिए बता दें कि मेहुल चोकसी का भांजा और पीएनबी स्कैम में दूसरा आरोपी कारोबारी नीरव मोदी लंदन में रह रहा है.