साल 2020 में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस ने अपना चुनावी अभियान शुरु कर दिया है. रविवार को उन्होंने अपने प्रचार मुहिम को शुरु किया और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर कई आरोप लगाए.
कमला हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प से पहले अमेरिका में कभी भी इस तरह लोकतंत्र पर हमला नहीं हुआ है. कमला हैरिस ने अपनी मां को याद करते हुए कहा कि ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ना आसान नहीं होगा.
बता दें कि कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन तमिलनाडु की रहने वाली थी और पढ़ाई के लिए तमिलनाडु से अमेरिका आई थी. कमला ने अपने गृहनगर ऑकलैंड में कहा कि मेरी मां कहती थीं कि हाथ पर हाथ रखकर बैठने और शिकायत करने से कुछ नहीं होता, इसके लिए कुछ करना पड़ता है.
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उन्होंने भाषण के दौरान कहा कि अपनी मां से मिले लड़ने के जज्बे के साथ, मैं आज आपके सामने खड़े होकर अमेरिका के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा करती हूं. मैं ये चुनाव इसीलिए लड़ रही हूं क्योंकि अपने देश से बहुत प्यार है.
डोनाल्ड ट्रम्प ने किया लोकतंत्र पर हमला
कमला हैरिस ने अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर दीवार के मामले में ट्रम्प को आड़े हाथों लिया और उनपर निशाना साधा. इसके अलावा उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प पर लोकतंत्र पर हमला करने के आरोप लगाए. उन्होने कहा कि इस तरह अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला पहले कभी नहीं हुआ था. कमला ने पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार रॉबर्ट कैनेडी का हवाला देते हुए कहा कि हालांकि ट्रम्प को चुनौती देना इतना आसान नहीं है.
कमला हैरिस ने 20,000 लोगों की जमा भीड़ को राष्ट्रपति चुने जाने के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में काम करने का वादा किया.
बताते चलें कि कमला हैरिस के साथ एक और हिंदू महिला तुलसी गबार्ड राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं. तुसली ने बचपन में ही हिंदू धर्म को अपना लिया था. अगर इन दोनों महिलाओं में से कोई भी राष्ट्रपति का पद संभालती हैं तो ये अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी.