इस्लामाबाद: पुलवामा हमले के बाद भारत की कूटनीतिक कोशिशों का असद दिखाई देने लगा है. पाक ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) परन प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा जेयूडी की चैरिटी शाखा फलह-ए-इंसानियत पर भी पाबंदी लगा दी गई है. पाक ने एनएससी की बैठक में यह फैसला लिया.
पाक के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा कमेटी (एनएससी) की बैठक में जेयूडी और उसके संगठन पर पाबंदी लगाने का फैसला किया गया. दरअसल, इन दोनों संगठनों पर पहले से नजर रखी जा रही थी. बयान के मुताबिक बैठक में प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का भी फैसला किया गया है। बैठक में सेना प्रमुख और कई मंत्री भी मौजूद रहे.
2012 में हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित किया
अधिकारियों के मुताबिक, जेयूडी लगभग तीन सौ मदरसे और स्कूल, अस्पताल और प्रकाशन घर चलाता है. उसके दोनों संगठनों में करीब 50 हजार से ज्यादा वालंटियर और सैकड़ों कर्मचारी हैं. दरअसल, जेयूडी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा (एलईटी) का मुखौटा संगठन है. अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अपनी गतिविधियों को जारी रखने के लिए एलईटी ने इस संगठन का गठन किया था. एलईटी के आतंकियों ने ही 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हमला किया था, जिसमें कई विदेशियों समेत 166 लोग मारे गए थे. अमेरिका ने जून, 2014 में उसे विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया था. अमेरिका ने 2012 में ही एलईटी सरगना हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित किया था. साथ ही उस पर एक करोड़ डॉलर (70 करोड़ रुपये) का इनाम भी घोषित किया था.
इससे पहले दिसंबर, 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत हाफिज सईद को आतंकियों की सूची में डाला गया था. दुनिया को दिखाने के लिए पाक ने उसे नजरबंद भी किया लेकिन नवंबर 2017 में उसे मुक्त कर दिया गया.